विदेश मंत्री ने कहा है कि उनकी पाकिस्तान यात्रा एक बहुपक्षीय कार्यक्रम के लिए है और उन्होंने द्विपक्षीय वार्ता से इनकार किया। राष्ट्र आज पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें याद कर रहा है।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम के धनुषकोडी गांव में हुआ था। उनका पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था। वे भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे। उन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में ‘मिसाइल मैन’ के रूप में जाना जाता है। अब्दुल कलाम ने 1998 में भारत के पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका भी निभाई। इसके साथ ही उन्हें भारत सहित दुनियाभर के देशों ने कई पुरस्कारों से सम्मानित किया। भारत सरकार ने उन्हें 1997 में सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया था। कलाम भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। अब्दुल कलाम विश्व में अपने व्याख्यान के लिए प्रसिद्ध थे और विद्यार्थीओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत थे। उनके उन्नयासी वें जन्मदिन को संयुक्त राष्ट्र ने विश्वविद्यार्थी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। अब्दुल कलाम ने विद्यार्थियों को सफलता का मंत्र भी दिया था।