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NHAI releases first ever asset monetisation strategy document to boost growth in road sector
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NHAI ने सड़क क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिए पहली बार परिसंपत्ति मुद्रीकरण रणनीति दस्तावेज जारी किया

कार्यरत राष्ट्रीय राजमार्ग परिसंपत्तियों के मूल्य को अनलॉक करने और भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में सार्वजनिक निजी भागीदारी को बढ़ाने के लिए, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने आज अपनी पहली ‘सड़क क्षेत्र परिसंपत्ति मुद्रीकरण कार्यनीति’ जारी की। यह कार्यनीति एक संरचित ढांचा प्रस्तुत करती है जो टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर (टीओटी), इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट और प्रतिभूतिकरण मॉडल के माध्यम से पूंजी जुटाने के लिए एक मजबूत खाका प्रदान करती है। इन उपकरणों ने एनएचएआई को राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन के तहत 6,100 किलोमीटर से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों पर 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक जुटाने में मदद की है।

यह कार्यनीति तीन प्रमुख स्तंभों पर आधारित है, जिनमें सरकारी सड़क परिसंपत्तियों का मूल्य अधिकतम करना, प्रक्रियाओं की पारदर्शिता एवं निवेशक-प्रासंगिक सूचना का प्रसार, तथा निवेशक आधार को गहन बनाने के साथ-साथ हितधारक सहभागिता को बढ़ावा देकर बाजार विकास शामिल है।

एनएचएआई के अध्यक्ष श्री संतोष कुमार यादव ने कार्यनीति दस्तावेज के विमोचन पर टिप्पणी करते हुए कहा, “एनएचएआई ने परिसंपत्ति मुद्रीकरण के लिए जो अनूठा दृष्टिकोण अपनाया है, वह न केवल वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करता है, बल्कि निजी क्षेत्र के लिए अवसर भी खोलता है, उन्नत प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाता है, हमारी सड़क परिसंपत्तियों की गुणवत्ता और दीर्घायु को बढ़ाता है। इस कार्यनीति के सफल कार्यान्वयन से एनएचएआई को वित्तपोषण की एक स्थिर धारा मिलेगी, जिससे पारंपरिक वित्तपोषण स्रोतों पर हमारी निर्भरता कम होगी।”

इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए, एनएचएआई के सदस्य वित्त श्री एनआरवीवीएमके राजेंद्र कुमार ने कहा,
“यह दस्तावेज़ परिसंपत्ति मुद्रीकरण के लाभों को अधिकतम करने की कार्यनीतिक रूपरेखा तैयार करता है। यह परिसंपत्तियों की पहचान और मूल्य निर्धारण, पारदर्शिता सुनिश्चित करने और निवेशकों का विश्वास बढ़ाने के लिए एक बेहतर दृष्टिकोण की जरूरत पर बल देता है।”

एनएचएआई की परिसंपत्ति मुद्रीकरण कार्यनीति भारत सरकार के परिसंपत्ति मुद्रीकरण योजना – 2025-30 के उद्देश्य के अनुरूप है। यह टिकाऊ, बाजार-संचालित बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतिनिधित्व करती है। यह कार्यनीति दस्तावेज़ एनएचएआई की वेबसाइट https://nhai.gov.in/nhai/sites/default/files/mix_file/Asset-Monetization_Strategy_Document.pdf पर उपलब्ध है।

वैकल्पिक वित्तपोषण व्यवस्था की दिशा में शुरुआती कदम उठाने वालों में से एक के रूप में, एनएचएआई विभिन्न मुद्रीकरण साधनों का सफलतापूर्वक लाभ उठा रहा है। एनएचएआई द्वारा परिसंपत्ति मुद्रीकरण की सफलता सड़क नेटवर्क के मूल्य को अनलॉक करने में महत्वपूर्ण है और इसने देश में राष्ट्रीय राजमार्ग ढांचे के विकास में योगदान दिया है।

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