नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने आज डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से उत्कृष्टता और विकास को सशक्त बनाने के लिए डीएक्स-ऐज की शुरूआत की। डीएक्स-एज सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम-एमएसएमई, प्रौद्योगिकी प्रदाताओं और शैक्षणिक संस्थानों को जोड़ने वाली एक व्यवस्था बनाने की एक राष्ट्रीय पहल है।
इस अवसर पर बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि डीएक्स-ऐज तकनीकी विशेषज्ञता का एक बड़ा पूल विकसित करके डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाएगा और यह सुनिश्चित करेगा कि एमएसएमई को प्रौद्योगिकी तक संरचित, लागत प्रभावी पहुंच मिले तथा दक्षता, राजस्व और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में वृद्धि हो। उन्होंने कहा कि यह मॉडल देश में छह करोड़ एमएसएमई की समस्याओं का प्रौद्योगिकी तथा यान्त्रिक मेधा के माध्यम से समाधान करने में सहायता करेगा।
एमएसएमई मंत्रालय में सचिव सुभाष चंद्र लाल दास ने कहा कि डीएक्स-ऐज पहल एक महत्वपूर्ण और अभिनव प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है। इसका उद्देश्य सार्वजनिक, निजी और शैक्षणिक क्षेत्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है। सुभाष चंद्र लाल दास ने इस बात पर बल दिया कि आज के परिदृश्य में अग्रणी प्रौद्योगिकियों और डिजिटलीकरण को अपनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई को देश के विकास में सबसे आगे होना चाहिए। सुभाष चंद्र लाल दास ने कहा कि सरकार ने एमएसएमई को सहायता देने के लिए 2025 के बजट में महत्वपूर्ण निवेश निर्धारित किया है।