प्रधानमंत्री मोदी ने कहा – ऑपरेशन सिंदूर अपने मूल दायरे से आगे बढ़कर राष्ट्रीय प्रगति के लिए आजीवन प्रतिबद्धता का प्रतीक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य प्राप्त करने की प्रतिबद्धता दोहराई है। गुजरात के गांधीनगर में कल गुजरात शहरी विकास की 20 वर्ष की गाथा के उत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री ने भारत की महत्वपूर्ण आर्थिक वृद्धि और वैश्विक प्रतिस्पर्धियों से आगे निकलने पर गर्व व्यक्त किया।
एक तो हमारा लक्ष्य है 2047, हिंदुस्तान विकसित होना ही चाहिए, नो कॉम्प्रमाईज आजादी के 100 साल हम ऐसे ही नहीं बिताएंगे। अगर 25-30 करोड़ लोग संकल्पबद्ध हो करके अंग्रेजों को यहां से निकाल सकते हैं तो आने वाले 25 साल में 140 करोड़ लोग विकसित भारत बना भी सकते हैं।
भारत के चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने पर, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूर्व औपनिवेशिक शक्ति से आगे निकलना ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि अब तीसरे स्थान पर पहुंचने की कोशिशें जोर पकड़ रही हैं।
हम दुनिया की चौथी इकोनॉमी बने हैं और मुझे याद है, हम जब 6 से 5 बने थे तो देश में और ही उमंग था और उसका कारण यह था कि ढाई सौ सालों तक जिन्होंने हम पर राज किया था। उस यूके को पीछे छोड़ करके हम 5 बने थे। लेकिन अब तीन कब बनोगे, इसका दबाव बढ़ रहा है। अब देश इंतजार करने को तैयार नहीं है और अगर किसी ने इंतजार करने के लिए कहा तो पीछे से नारा आता है, मोदी है तो मुमकिन है।
प्रधानमंत्री ने 2036 में ओलिम्पिक खेलों की मेजबानी करने की भारत की महत्वाकांक्षा को भी दोहराया। ऑपरेशन सिंदूर के महत्व पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अपने मूल दायरे से आगे बढ़ेगा। उन्होंने इसे राष्ट्रीय प्रगति के लिए आजीवन प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल सैन्य पहल नहीं है, बल्कि प्रत्येक भारतीय नागरिक की जिम्मेदारी है।
ऑपरेशन सिंदूर सैन्य बल से प्रारंभ हुआ था लेकिन अब ये ऑपरेशन सिंदूर जन-बल से आगे बढ़ेगा और जब मैं सैन्य बल और जन-बल की बात करता हूं तब, ऑपरेशन सिंदूर जन बल का मतलब मेरा होता है जन-जन देश के विकास के लिए भागीदार बने।
प्रधानमंत्री ने गुजरात की दो दिन की यात्रा के दौरान 82 हजार करोड़ रूपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पा और शिलान्यास किया था।