प्रधानमंत्री मोदी ने कहा – जाति, संप्रदाय और धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए
प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं कि वह धार्मिक आरक्षण लाकर संविधान को परिवर्तित करना चाहती है। एक निजी समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने यह कभी नहीं कहा कि उनकी सरकार, संविधान बदल देगी। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में संशोधन कर कांग्रेस ने पहले संविधान की मूल भावना पर आघात किया है। जाति, सम्प्रदाय और धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
देश के कुछ इकोसिस्टम जो यह कहती हैं मोदी ने चुनाव में हमने मुसलमान क्यों लाया है। हिन्दु मुसलमान मोदी नहीं लाया है। आपके एक्शन में हिन्दु-मुसलमान है। तो मुझे देश के सामने आपको बेनकाब करना बहुत जरूरी है। इट इज माई ड्यूटी टू एजुकेट दि पिपुल, इट इज माई ड्यूटी टू कन्वे दि पिपुल उसको अगर कोई मुझ पर आरोप लगाकर मेरी भाषण कौम में ले जाए, मैंने न मुसलमान के खिलाफ कुछ बोला है, न मैंने इस्लाम के खिलाफ बोला है, मैं सैकुलरिज़्म के नाम पर देश के ताने-बाने को तोड़ने का जो प्रयास हो रहा है, चाहे चमड़ी के रंग पर हो, उपासना पद्धति पर हो, भाषा पर हो यह, मैं समझता हूं कि नहीं चल सकता।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा – जाति, संप्रदाय और धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा द्वारा भारतीयों के बारे में हाल में की गई टिप्पणी कांग्रेस की मानसिकता दर्शाती है। उन्होंने कहा कि भारत को विविधता में एकता का आशीर्वाद प्राप्त है।