कतर के अधिकारियों ने बुधवार को दोहा स्थित भारतीय दूतावास को गुरु ग्रंथ साहिब के दो सरूप सौंप दिए, जो एक भारतीय नागरिक से जब्त किए गए थे। यह मामला बिना मंजूरी के धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने से जुड़ा है। ‘सरूप’ पवित्र ग्रंथ की एक भौतिक प्रति है, जिसका विश्व भर में सिख समुदाय द्वारा सम्मान किया जाता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 23 अगस्त को कहा था कि भारत ने गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियां जब्त किए जाने का मामला कतर के समक्ष उठाया है और इस मामले को उच्च प्राथमिकता दी जा रही है। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा, “कतर प्राधिकारियों ने आज दोहा स्थित हमारे दूतावास को श्री गुरु ग्रंथ साहिब (दो सरूप) सौंप दिए हैं, जो बिना मंजूरी के धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने से संबंधित एक मामले में एक भारतीय नागरिक से लिए गए थे। हम इसके लिए कतर सरकार का आभार व्यक्त करते हैं।” इसमें कहा गया है, “हम कतर या अन्य देशों में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों से भी अपील करते हैं कि वे सभी मामलों में स्थानीय कानूनों और नियमों का ईमानदारी से पालन करें।”