वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद में 8.2% की वृद्धि का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में वृद्धि दर 7.0% रहने का अनुमान
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय इस प्रेस नोट में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनंतिम अनुमान (पीई) और 2023-24 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के लिए जीडीपी के तिमाही अनुमानों के साथ-साथ स्थिर (2011-12) और वर्तमान दोनों कीमतों पर जीडीपी के व्यय घटकों के संबंधित अनुमान जारी कर रहा है।
वर्ष 2021-22, 2022-23 और 2023-24 के लिए आर्थिक गतिविधि के प्रकार और सकल घरेलू उत्पाद के व्यय घटकों के आधार मूल्यों पर सकल मूल्य संवर्धन (जीवीए) के साथ सकल/शुद्ध राष्ट्रीय आय और प्रति व्यक्ति आय का अनुमान स्थिर (2011-12) और वर्तमान कीमतें विवरण 1 से 4 में दी गई हैं।
मुख्य बातें:
- वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद में 8.2% की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में वृद्धि दर 7.0% रही। नाममात्र सकल घरेलू उत्पाद में वित्त वर्ष 2023-24 में 9.6% की वृद्धि दर देखी गई है, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह 14.2% थी।
- वास्तविक सकल मूल्य संवर्धन (जीवीए) में 2023-24 में 7.2% की वृद्धि हुई है, जबकि 2022-23 में यह 6.7% थी। सकल मूल्य संवर्धन (जीवीए) में वृद्धि का मुख्य कारण 2023-24 में विनिर्माण क्षेत्र में हुई 9.9% की महत्वपूर्ण वृद्धि रही जो 2022-23 के दौरान -2.2% रही थी और साथ में खनन एवं उत्खनन क्षेत्र में 2022-23 में 1.9% की तुलना में 2023-24 में 7.1% के दौरान हुई वृद्धि भी इसकी कारण रही।
- वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में वास्तविक जीवीए और वास्तविक जीडीपी में क्रमशः 6.3% और 7.8% की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए नाममात्र जीवीए और नाममात्र जीडीपी में वृद्धि दर क्रमशः 8.0% और 9.9% होने का अनुमान लगाया गया है।
वार्षिक अनुमान और वृद्धि दर
वास्तविक जीडीपी या स्थिर मूल्यों पर जीडीपी वर्ष 2023-24 में ₹173.82 लाख करोड़ के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है, जबकि वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी का पहला संशोधित अनुमान (एफआरई) ₹160.71 लाख करोड़ है। 2023-24 के दौरान वास्तविक जीडीपी में वृद्धि दर 2022-23 के 7.0% की तुलना में 8.2% होने का अनुमान है। नाममात्र जीडीपी या वर्तमान मूल्यों पर जीडीपी वर्ष 2023-24 में ₹295.36 लाख करोड़ के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है, जबकि 2022-23 में यह ₹269.50 लाख करोड़ रही थी। इस तरह यह 9.6% की वृद्धि दर दर्शाता है।
2023-24 की चौथी तिमाही में वास्तविक जीडीपी या स्थिर कीमतों पर जीडीपी ₹47.24 लाख करोड़ होने का अनुमान है, जबकि 2022-23 की चौथी तिमाही में यह ₹43.84 लाख करोड़ थी, जो 7.8% की वृद्धि दर दर्शाती है। 2023-24 की चौथी तिमाही में नाममात्र जीडीपी या वर्तमान कीमतों पर जीडीपी ₹78.28 लाख करोड़ होने का अनुमान है, जबकि 2022-23 की चौथी तिमाही में यह ₹71.23 लाख करोड़ थी, जो 9.9% की वृद्धि दर प्रदर्शित करती है।
2023-24 की चौथी तिमाही में वास्तविक जीवीए ₹42.23 लाख करोड़ होने का अनुमान है, जबकि 2022-23 की चौथी तिमाही में यह ₹39.74 लाख करोड़ थी, जो 6.3% की वृद्धि दर दर्शाती है। 2023-24 की चौथी तिमाही में नाममात्र जीवीए ₹70.97 लाख करोड़ रहने का अनुमान है, जबकि 2022-23 की चौथी तिमाही में यह ₹65.74 लाख करोड़ था, जो 8.0% की वृद्धि दर दर्शाता है।