रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल से सम्मानित किया
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत-रूस संबंधों को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के योगदान के लिए क्रेमलिन के सेंट एंड्रयू हॉल में आयोजित एक विशेष समारोह में, उन्हें रूस के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार “द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल” से सम्मानित किया। इस पुरस्कार की घोषणा 2019 में की गई थी।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, “प्रिय मित्र, मैं आपको इस सर्वोच्च रूसी पुरस्कार के लिए बधाई देना चाहता हूं और आपके अच्छे स्वास्थ्य, सफलता और शुभकामनाएं देना चाहता हूं। भारत के मैत्रीपूर्ण लोगों के लिए, मैं शांति और समृद्धि की कामना करता हूं।”
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा,” यहां क्रेमलिन में यह पुरस्कार (ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू) प्रदान करते हुए मुझे खुशी हो रही है। यह दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में आपके द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण योगदान के लिए रूस की सच्ची कृतज्ञता का प्रमाण है। आपने हमेशा हमारे देश के साथ व्यापक संपर्कों की सक्रिय रूप से वकालत की है। जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब आपने अपने राज्य को रूसी क्षेत्र के साथ जोड़ने की पहल की थी। अब जब आप 10 वर्षों से भारतीय सरकार के शीर्ष पर हैं, तो आपने वास्तव में रूसी-भारत संबंधों को एक विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने का प्रयास किया है।”
पीएम मोदी ने कहा, “हमारे संबंध न केवल हमारे दोनों देशों (भारत और रूस) के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। आज के वैश्विक माहौल के संदर्भ में, भारत और रूस की साझेदारी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। हम दोनों विश्वास रखते हैं कि वैश्विक स्थिरता और शांति के लिए निरंतर प्रयास किए जाने चाहिए। आने वाले समय में हम मिलकर इसी दिशा में काम करते रहेंगे।”
इस पुरस्कार स्वीकार करते हुए, प्रधानमंत्री ने इसे भारत के लोगों और भारत व रूस के बीच मित्रता के पारंपरिक बंधन को समर्पित किया। उन्होंने आगे कहा कि यह सम्मान दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को प्रदर्शित करता है। इस पुरस्कार की शुरुआत 300 साल पहले हुई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय नेता हैं।