एसजेवीएन लिमिटेड ने झाकड़ी, हिमाचल प्रदेश में कंपनी के 1,500 मेगावाट के नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पॉवर स्टेशन (एनजेएचपीएस) में भारत की पहली बहुउद्देशीय (ताप और विद्युत संयुक्त) हरित हाइड्रोजन पायलट परियोजना का उद्घाटन करने के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। परियोजना में बनने वाली हरित हाइड्रोजन का उपयोग एनजेएचपीएस की उच्च वेग ऑक्सीजन ईंधन (एचवीओएफ) की कोटिंग सुविधा में उसकी दहन ईंधन आवश्यकताओं के लिये किया जायेगा। इसके साथ ही यह 25 किलोवॉट क्षमता के ईंधन सेल के जरिये बिजली भी पैदा करेगा।
देश के इस पहले बहुउद्देशीय (ताप और विद्युत संयुक्त) हरित हाइड्रोजन उत्पादन संयंत्र का उद्घाटन 24 अप्रैल, 2024 को चेयरपर्सन और प्रबंध निदेशक गीता कपूर ने किया। परियोजना के बारे में चेयरपर्सन ने कहा, ‘‘भारत सरकार के राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के साथ आगे बढ़ते हुये एसजेवीएन की यह हरित हाइड्रोजन पायलट परियोजना विद्युत क्षेत्र में हरित हाइड्रोजन उत्पादन की बुनियादी सुविधाओं के विकास में तेजी लाने की तैयारी है, इसके साथ ही हरित हाइड्रोजन को एक स्वच्छ उर्जा स्रोत के तौर पर स्थापित किया जा रहा है।’’
अत्याधुनिक तकनीक वाली यह हरित हाइड्रोजन पायलट परियोजना दैनिक आठ घंटे के परिचालन में 14 किलोग्राम हरित हाइड्रोजन उत्पादन को तैयार है। उत्पादन की गई हाइड्रोजन को 12 एम3 की कुल भंडारण क्षमता वाले छह भंडारण टेंकों में 30 बार के दबाव में रखा जायेगा। परियोजना 20 एनएम3/घंटा क्षमता के एल्कालाइन इलेक्ट्रोजाइजर का उपयोग करते हुये हाइड्रोजन का उत्पादन करेगी, जो कि वाधाल, शिमला स्थित एसजेवीएन के 1.31 मेगावाट सौर उर्जा संयंत्र से आपूर्ति की जाने वाली नवीकरणीय उर्जा से संचालित होगी।
बिजली उत्पादन के साथ ही हरित हाइड्रोजन का उपयोग टरबाइन के पानी में रहने वाले हिस्सों में उच्च वेग ऑक्सीजन ईंधन कोटिंग के लिये भी किया जायेगा।
अपनी यात्रा के दौरान एसजेवीएन चेयरपर्सन ने झाकड़ी, हिमाचल प्रदेश, स्थित एनजेएचपीएस नियंत्रण कक्ष से रामपुर एचपीएस की दूर संचालित यूनिट-2 के माध्यम से 1,500 मेगावाट नाथपा झाकरी हाइड्रो पॉवर स्टेशन (एनजेएचपीएस) और 412 मेगावाट रामपुर हाइड्रो पॉवर स्टेशन (रामपुर एचपीएस) के अपनी तरह के पहले केन्द्रीकृत परिचालन का भी उद्घाटन किया। रामपुर एचपीएस का एनजेएचपीएस के साथ टेंडम आपरेटिंग प्रणाली के जरिये सफलतापूर्वक परिचालन किया जा रहा है।
गीता कपूर ने इस सफलता के लिये एनजेएचपीएस की टीम, रामपुर एचपीएस और एसजेवीएन कार्पोरेट मुख्यालय स्थित इलेक्ट्रिकल डिजाइन टीम द्वारा किये गये समर्पित प्रयासों की सराहना की। उन्होंने समूची रामपुर एचपीएस परियोजना को एनजेएचपीएस से ही संचालित करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिये कर्मचारियों से लगातार पूरी लगन के साथ काम करने का आग्रह किया।
एनजेएचपीएस के परियोजना प्रमुख मनोज कुमार, रामपुर एचपीएस के परियोजना प्रमुख विकास मारवाह, इलेक्ट्रिकल डिजाइन विभाग प्रमुख हरीश कुमार शर्मा, और एनजेएचपीएस, रामपुर एचपीएस और कार्पोरेट मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे।
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