आज विश्व दुग्ध दिवस है। यह दिवस आजीविका के प्रमुख स्रोत के रूप में दूध के महत्व को रेखांकित करने के लिए मनाया जाता है। वैश्विक स्तर पर, दूध उत्पादन प्रति वर्ष दो प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है, लेकिन भारत में इसकी वृद्धि दर पांच दशमलव सात प्रतिशत है। आज दुनिया का एक-चौथाई दूध उत्पादन भारत में होता है।
पिछले दो दशकों में, गुजरात ने दूध उत्पादन में 11.8 मिलियन टन की अभूतपूर्व वृद्धि के साथ देश में चौथा स्थान हासिल किया है। राष्ट्रीय दूध उत्पादन में सालाना 5.7% की वृद्धि हुई है, जबकि गुजरात लगातार प्रयासों और नीतिगत समर्थन की बदौलत 9.26% वार्षिक वृद्धि दर के साथ दूध उत्पादन मे आगे है। गुजरात में सेक्स्ड सीमेन डोजिंग और आईवीएफ सब्सिडी जैसी उन्नत प्रजनन तकनीकें भी किसानों को मवेशियों की नस्ल सुधारने और दूध की पैदावार बढ़ाने के लिए सशक्त बना रही हैं।