निर्बाध सेवा वितरण को और बेहतर बनाने के लिए UIDAI ने BFSI, फिनटेक और दूरसंचार कंपनियों के साथ हितधारकों की बैठक आयोजित की
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने आधार का उपयोग करके सेवा वितरण को और बेहतर बनाने पर विचार-विमर्श करने के लिए बीएफएसआई, फिनटेक और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों के उद्योग जगत के अग्रजों के साथ एक दिवसीय हितधारकों की बैठक का समापन किया।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा सह-आयोजित ‘आधार संवाद’ में बैंकों, बीमा कंपनियों, एनपीसीआई, बाजार मध्यस्थों, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं, फिनटेक आदि से लगभग 500 वरिष्ठ नीति निर्माता, उद्योग जगत के अग्रज, विशेषज्ञ, टेक्नोक्रेट शामिल हुए।
आधार से 100 करोड़ फेस ऑथेंटिकेशन लेनदेन
इस आयोजन द्वारा एक महत्वपूर्ण पड़ाव भी हासिल किया गया – अक्टूबर 2021 में पहली बार शुरू किए जाने के बाद से आधार के फेस ऑथेंटिकेशन लेनदेन की संख्या 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है। यूआईडीएआई द्वारा विकसित एआई/एमएल आधारित फेस ऑथेंटिकेशन समाधान में पिछले एक साल में भारी वृद्धि देखी गई है। लगभग 5 महीनों में फेस ऑथेंटिकेशन से संबंधित कुल लेनदेन 50 करोड़ से दोगुना होकर 100 करोड़ हो गया है।
हितधारकों की बैठक को संबोधित करते हुए इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी (एमईआईटीवाय) के सचिव एस कृष्णन ने आधार के जनसंख्या पैमाने पर उपयोग को रेखांकित किया और बताया कि कैसे आधार भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (डीपीआई) का आधारभूत मानक है। उन्होंने यूआईडीएआई को अधिक से अधिक लोगों को सशक्त बनाने और जीवन को आसान बनाने के लिए सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
यूआईडीएआई के सीईओ भुवनेश कुमार ने डिजिटल लेनदेन में विश्वास बढ़ाने में आधार की परिवर्तनकारी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यूआईडीएआई सदैव देश के विकास पथ और देशवासियों की आकांक्षाओं के अनुरूप रहा है।
यूआईडीएआई के अध्यक्ष नीलकंठ मिश्रा और सीईओ ने आधार के व्यापक उपयोग और इसकी अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
100 करोड़ फेस ऑथेंटिकेशन ट्रांजैक्शन की उपलब्धि ने भारत के डिजिटल पहचान इकोसिस्टम की रीढ़ के रूप में आधार की स्थिति की पुष्टि की। भुवनेश कुमार ने कहा कि एक निवासी-केंद्रित संगठन के रूप में हमारा दृष्टिकोण सेवाओं की आसान डिलीवरी की सुविधा प्रदान करके आधार संख्या धारकों के जीवन को आसान बनाना है। उन्होंने मुंबई में इस कार्यक्रम की सह-मेजबानी के लिए महाराष्ट्र सरकार को धन्यवाद दिया।
इस हितधारक बैठक में चार पैनल चर्चाएं शामिल थीं, जिनमें विचारों, रूपरेखा निर्माण और उपयोगकर्ता की यात्रा में सुधार पर चर्चा की गई। उद्योग जगत के अग्रजों के नेतृत्व में पैनल चर्चा में बेहतर बैंकिंग सेवाओं के लिए आधार फेस ऑथेंटिकेशन को एकीकृत करने, एनबीएफसी और फिनटेक द्वारा सेवा वितरण को आसान बनाने और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के बीच आधार ऑथेंटिकेशन अनुभव साझा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। पैनल ने एक सुरक्षित डिजिटल भविष्य के बारे में भी विचारों पर विचार-विमर्श किया। सेवा सुधार के लिए कार्यान्वयन योग्य इनपुट पर विचार किया जाएगा।
यह आधार संवाद श्रृंखला की दूसरी कड़ी है। पहला सम्मेलन नवम्बर माह में बेंगलुरू में आयोजित किया गया था।
फेस ऑथेंटिकेशन – एक महत्वपूर्ण पड़ाव
100 मिलियन फेस ऑथेंटिकेशन ट्रांजैक्शन की यह ऐतिहासिक उपलब्धि फिनटेक, वित्त और दूरसंचार सहित विभिन्न क्षेत्रों में इस नई बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन पद्धति के प्रति विश्वास और स्वीकृति को दर्शाती है। केंद्र और राज्य दोनों द्वारा दी जाने वाली कई सरकारी सेवाएं लक्षित लाभार्थियों तक आसानी से लाभ पहुंचाने के लिए इसका उपयोग कर रही हैं।
फेस ऑथेंटिकेशन एक मजबूत विकल्प के रूप में कार्य कर रहा है और इससे वरिष्ठ नागरिकों तथा उन सभी लोगों को मदद मिल रही है, जिन्हें मैनुअल कार्य या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं सहित विभिन्न कारणों से अपनी उंगलियों के निशान की गुणवत्ता के संबंध में समस्या होती है।
वर्तमान में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की 92 संस्थाएं आधार फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग कर रही हैं। यह एआई-आधारित मोडैलिटी एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर काम करती है। यह किसी भी वीडियो रिप्ले हमले और असामाजिक तत्वों द्वारा किए जाने वाले स्थैतिक फोटो ऑथेंटिकेशन प्रयासों के विरुद्ध सुरक्षित है तथा यह किसी भी समय और कहीं भी संपर्क रहित है।
यह ऑथेंटिकेशन पद्धति उपयोगकर्ताओं को केवल चेहरे के स्कैन के माध्यम से अपनी पहचान सत्यापित करने में सक्षम बनाती है, जिससे सुविधा सुनिश्चित होती है तथा कड़े सुरक्षा मानकों को बनाए रखा जाता है।