केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने भूमि के क्षरण और बंजर होने जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के व्यापक प्रयासों को रेखांकित किया है। सऊदी अरब के रियाद में कल जलवायु परिवर्तन सम्मेलन कॉप 16 के अंतर्गत भूमि को बंजर होने से बचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में सूखे की स्थिति का सामना करने के संबंध में मंत्री स्तरीय संवाद के दौरान भारत की ओर से दिये गये बयान में उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस दिशा में भारत की यात्रा परिवर्तनकारी प्रतिबद्धता, नवाचार और सतत विकास के रूप में चल रही है। उन्होंने यह भी कहा किया कि जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के सभी सदस्य देश इस यात्रा में बराबर के साझेदार हैं।
कोयला मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के कोयला उपक्रमों ने आज अपने गैर-कार्यकारी…
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने 22 से 24 सितंबर 2025…
नीति आयोग ने महाराष्ट्र सरकार के महाराष्ट्र परिवर्तन संस्थान (मित्रा) के सहयोग से 25 सितंबर…
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हमास की आलोचना की है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के…
गृह मंत्रालय ने सोनम वांगचुक के गैर-सरकारी संगठन-एनजीओ का विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम- एफसीआरए प्रमाणपत्र…
विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने कहा है कि आतंकवाद से लड़ने वाले वास्तव में अंतरराष्ट्रीय…