केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने एनटीपीसी नेत्रा में भारत की पहली मेगावॉट-घंटे पैमाने की वैनेडियम फ्लो बैटरी का उद्घाटन किया
विद्युत व आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने आज भारत की सबसे बड़ी और पहली 3 मेगावॉट-घंटे क्षमता वाली वैनेडियम रेडॉक्स फ्लो बैटरी (वीआरएफबी) प्रणाली का उद्घाटन किया। यह ऐतिहासिक परियोजना लंबे समय के लिए ऊर्जा भंडारण (एलडीईएस) संबंधी समाधानों की दिशा में देश का एक बड़ा कदम है, जो नवीकरणीय ऊर्जा एकीकरण और ग्रिड तन्यकशीलता को बेहतर करता है।
मंत्री महोदय ने ग्रेटर नोएडा स्थित एनटीपीसी के अनुसंधान एवं विकास केंद्र, नेत्रा के अपने दौरे के दौरान इस प्रणाली का उद्घाटन किया। इस मौके पर सचिव (विद्युत) पंकज अग्रवाल, अपर सचिव पीयूष सिंह और विद्युत मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। एनटीपीसी अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह और एनटीपीसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
वैनेडियम रेडॉक्स फ्लो बैटरी एक समकालीन तकनीक है, जो पारंपरिक लीथियम आयन-आधारित बैटरियों के विकल्पों में से एक के तौर पर उभरने की क्षमता रखती है। इस एडवांस बैटरी प्रणाली के विकास से बैटरी प्रणालियों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले तत्वों का भंडार बढ़ेगा।
मंत्री जी ने ऊर्जा परिवर्तन और ऊर्जा सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए समाधान को विकसित करने के लिए नेत्रा टीम की प्रशंसा की। उन्होंने इस विषय पर जोर दिया कि नवाचार और प्रौद्योगिकी में भारत की क्षमताएं संपोषित विकास और ऊर्जा परिवर्तन के नए मानक स्थापित कर रही हैं।
मनोहर लाल को कार्बन कैप्चर, ग्रीन हाइड्रोजन, ऊर्जा भंडारण और कचरे से ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में एनटीपीसी के अग्रणी अनुसंधान एवं विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी दी गई।
मंत्री ने एनटीपीसी नेत्रा में निम्नलिखित प्रदर्शन संयंत्रों: (i) ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी प्लांट, (ii) एसटीपी जल-आधारित ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट, (iii) सॉलिड ऑक्साइड-आधारित उच्च-तापमान स्टीम इलेक्ट्रोलाइजर, (iv) एमएसडब्ल्यू-आरडीएफ आधारित एडवांस स्टीम गैसीकरण संयंत्र, (v) एसी माइक्रोग्रिड (4 मेगावाटपी और 1 मेगावाटएच ली-एनएमसी बीईएसएस) और साथ ही अत्याधुनिक एनएबीएल-मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाएं, का दौरा किया।




