केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने आज यहां लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में आयोजित एक हाइब्रिड कार्यक्रम में तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया। उन्होंने भारत भर के चिकित्सा संस्थानों में तंबाकू निवारण केंद्रों का भी वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया। अभियान का उद्देश्य युवाओं के स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों से बचाना है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रतापराव जाधव ने कहा, “भारत में हर साल लगभग 13 लाख लोग तंबाकू सेवन के कारण अपनी जान गंवा देते हैं।” उन्होंने यह भी चेतावनी दी, “तंबाकू युवाओं के बीच एक फैशन स्टेटमेंट बन गया है लेकिन इससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी हो सकती है।”
केंद्रीय मंत्री ने युवाओं को तम्बाकू सेवन से अधिक अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित किया। प्रतापराव जाधव ने कहा कि “अच्छा स्वास्थ्य आंतरिक रूप से स्वयं की और साथ ही नजदीकी खास व्यक्ति की खुशी से संबंधित है”। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किसी राष्ट्र का विकास सीधे तौर पर उसकी युवा आबादी के स्वास्थ्य से से जुड़ा हुआ है। उन्होंने सभी युवाओं से तंबाकू का विरोध करने और उसका सेवन त्यागने का संकल्प लेने का आग्रह किया। उन्होंने बुजुर्गों से यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेने का भी आग्रह किया कि युवा तंबाकू के सेवन की लत में न पड़ें।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष के 60-दिवसीय अभियान में पांच प्रमुख क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है:
सभी प्रतिभागियों ने तंबाकू के सेवन से बचने के लिए ‘तंबाकू को ना कहें’ की प्रतिज्ञा ली, इसके बाद छात्रों और मशहूर हस्तियों के साथ फोटो सत्र आयोजित किया गया। अपारशक्ति खुराना, मनु भाकर, नवदीप सिंह, अंकित बैयानपुरिया, गौरव चौधरी और जान्हवी सिंह जैसी प्रसिद्ध हस्तियों, खिलाड़ियों और प्रभावशाली लोगों ने सभा को संबोधित किया और व्यावहारिक विचार साझा किए।
इस कार्यक्रम में डब्ल्यूएचओ की ओर से तैयार सभी स्कूलों में जारी किए जाने वाले एक शैक्षिक वीडियो का शुभारंभ किया गया, जिसमें युवा छात्रों को तंबाकू सेवन के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया। इस अवसर पर तीन महत्वपूर्ण दिशानिर्देश- स्वास्थ्य कार्यकर्ता गाइड, गांवों को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए एसओपी और तंबाकू नियंत्रण कानून 2024 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए कानून लागू करने वालों के लिए दिशानिर्देश लॉन्च किए गए। कार्यक्रम में वॉयस ऑफ टोबैको विक्टिम्स (वीओटीवी) की ओर से तैयार एक सराहनीय वीडियो भी चलाया गया। वीओटीवी कैंसर से बचे लोगों का एक समूह है, जो तंबाकू सेवन के कारण कैंसर से जूझने के अपने अनुभव को साझा कर रहा है। तंबाकू के खिलाफ अभियान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम के दौरान दो प्रसिद्ध बाइकिंग समूहों – हार्ले ओनर्स ग्रुप और दिल्ली बाइकर्स ब्रेकफास्ट रन की एक बाइक रैली को भी हरी झंडी दिखाई गई।
कार्यक्रम का समापन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की ओर से सभी हितधारकों से अपने सोशल मीडिया चैनलों का अनुसरण करके अभियान में सक्रिय रूप से शामिल रहने का आग्रह करने के साथ हुआ। मंत्रालय ने सभी को अभियान की गतिविधियों में भाग लेने और इसकी प्रगति पर अपडेट साझा करके, संदेश को बढ़ाने और देश भर में व्यापक दर्शकों तक पहुंचने में मदद करके अपना सहयोग बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पिछले साल 31 मई, 2023 को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में पहला तंबाकू मुक्त युवा अभियान शुरू किया था। यह अभियान चार मुख्य रणनीतियों पर केंद्रित था: तंबाकू के खतरों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना, तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थानों (टीओएफईआई) की स्थापना को बढ़ावा देना, सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (सीओटीपीए) 2023 के प्रवर्तन को मजबूत करना और तंबाकू मुक्त गांवों का निर्माण करना। यह अभियान बेहद सफल रहा। इसके अनुसार, 1,42,184 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों और 12,000 से अधिक गांवों को तंबाकू सेवन से मुक्त घोषित किया गया। इसके अलावा, सीओटीपीए 2003 को सख्ती से लागू किया गया, कई चालान जारी किए गए।
इस सफलता के आधार पर, इस वर्ष मंत्रालय ने युवाओं को तंबाकू के सेवन का विरोध करने या छोड़ने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 शुरू किया। यह अभियान 60 दिनों तक चलेगा। यह पूरे भारत में युवाओं के बीच तंबाकू मुक्त जीवन शैली को प्रोत्साहित करने के लिए शैक्षिक सामग्री की पेशकश, प्रवर्तन अभियान और आईईसी गतिविधियों जैसी पहल को बढ़ावा देने और तंबाकू सेवन से मुक्त गांवों और शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना पर ध्यान केंद्रित करेगा।
तंबाकू-मुक्त युवा अभियान 2.0 सात मंत्रालयों – शिक्षा मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, ग्रामीण विकास, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय और जनजातीय कार्य मंत्रालय, के साथ-साथ कानून प्रवर्तन इकाइयों के बीच बढ़ती साझेदारी और समन्वय के माध्यम से ‘संपूर्ण सरकार’ दृष्टिकोण पर भी जोर देता है। ।
इस अभियान के शुभारम्भ कार्यक्रम में 500 से अधिक लोगों की व्यक्तिगत भागीदारी देखी गई, और कई प्रतिभागी ऑनलाइन भी शामिल हुए। इनके साथ ही, इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा; स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में विशेष ड्यूटी अधिकारी पुनिया सलिला श्रीवास्तव; स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल; स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में अपर सचिव वी हेकाली झिमोमी; लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की निदेशक डॉ. सरिता बेरी; भारत में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ. रोडेरिको ऑफ्रिन; स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, मशहूर हस्तियां, प्रभावशाली लोग और अन्य शामिल हुए। आसपास के तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थानों (टीओएफईआई) के 300 से अधिक स्कूली छात्रों, माय भारत पहल के एनएसएस स्वयंसेवकों और नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
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