केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2024 में “एमएसएमई मंडप” का दौरा किया
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने आज नई दिल्ली में 43वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में एमएसएमई मंडप का दौरा किया। उनके साथ एमएसएमई मंत्रालय और इसके अधीनस्थ अन्य संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मंडप का मुख्य थीम “हरित एमएसएमई” है, जो मंत्रालय के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को स्वच्छ/हरित प्रौद्योगिकी अपनाने के आह्वान को परिलक्षित करता है। मंडप में “पीएम विश्वकर्मा योजना” को भी उल्लेखनीय तौर पर दर्शाया गया है। यह 18 व्यवसायों में लगे कारीगरों और शिल्पकारों को आरंभ से अंत तक सहायता प्रदान करने की मंत्रालय की एक प्रमुख योजना है।
एमएसएमई मंडप में देश के 29 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 200 प्रदर्शक भाग ले रहे हैं। वे वस्त्र, हथकरघा, हस्तशिल्प, कढ़ाई युक्त कपड़े, चमड़े के जूते, खिलौने, बांस और बेंत से बनी वस्तुएं, , रत्न-आभूषण, चीनी मिट्टी से बने सामान और मिट्टी के बर्तन, छोटी मशीनी वस्तुएं जैसे उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। यह मेला खासतौर पर महिलाओं और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति तथा आकांक्षी जिलों के सूक्ष्म और लघु उद्यमियों को ग्राहकों के बीच अपने उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है।
शोभा करंदलाजे ने पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों से भी बातचीत की और उनके उत्पादों की सराहना की। पीएम विश्वकर्मा योजना पर एक ‘नुक्कड़ नाटक’ भी प्रस्तुत किया गया। सोभा करंदलाजे ने कहा कि प्रसन्नता की बात है कि भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेलें में 85 प्रतिशत प्रतिभागी पहली बार भाग ले रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय अपनी विभिन्न योजनाओं और पहल के माध्यम से लघु व्यवसायों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान कर रहा है। प्रदर्शकों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय एमएसएमई क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।