केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत किसानों से कपास की निर्बाध खरीद सुविधाजनक बनाने के लिए, वस्त्र मंत्रालय के भारतीय कपास निगम (सीसीआई) द्वारा विकसित नए मोबाइल एप्लिकेशन, कपास किसान ऐप का आज शुभारंभ किया। नया मोबाइल ऐप किसानों को स्व-पंजीकरण, स्लॉट बुकिंग और भुगतान स्थिति जानने में सहायक है। यह ऐप किसानों को भुगतान के बारे में जानकारी प्रदान करेगा – जिससे कपास खरीद प्रक्रिया में अधिक तेजी, पारदर्शिता और सुगमता आएगी।
गिरिराज सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि किसान-प्रथम यह मोबाइल ऐप कपास उत्पादक किसानों के लिए उनकी उपज की बिक्री अधिक आसान बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कदम है। उन्होंने कहा कि इस डिजिटल एप से पंजीकरण से लेकर भुगतान स्थिति तक सभी न्यूनतम समर्थन मूल्य संचालन समय पर, पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से सुनिश्चित होगा जो किसानों को किसी संकटकालीन बिक्री से बचाने और डिजिटल इंडिया अभियान को गति प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
इस ऐप के जरिये किसान एमएसपी के तहत कपास बेचने के लिए खुद को पंजीकृत कर सकते हैं। साथ ही निर्दिष्ट खरीद केंद्रों के डिजिटल शेड्यूलिंग से प्रतीक्षा समय और भीड़ कम करने, गुणवत्ता मूल्यांकन का वास्तविक समय अपडेट, स्वीकृत मात्रा, भुगतान प्रक्रिया और कई भारतीय भाषाओं में इसकी जानकारी मिलने से किसान लाभान्वित होंगे।
केंद्रीय वस्त्र मंत्री ने यह भी कहा कि यह ऐप कपास किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित कर किसी भी संकटपूर्ण बिक्री से बचाने में मदद करेगा। इससे कागजी कामकाज में कमी आयेगी और खरीद केंद्रों पर समय की बचत के साथ ही पारदर्शिता बढ़ेगी। किसानों को सुविधाजनक समय चुनने की स्वतंत्रता से योजना बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतसत्र…
उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने आज गुरुग्राम में ब्रह्म कुमारी के ओम शांति रिट्रीट सेंटर (ओएसआरसी)…
विद्युत मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) आधारित…
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 7 दिसंबर, 2025 को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की 125…
भारत ने अपनी स्थापित विद्युत क्षमता का 50 प्रतिशत गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से प्राप्त कर…
प्रधानमंत्री मोदी ने आज सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर सशस्त्र बलों के बहादुर…