राजधानी दिल्ली में भी प्रचार जोरों पर है। चुनाव प्रचार 23 मई की शाम को समाप्त होगा। दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर मतदान 25 मई को होगा। लोकसभा निर्वाचन-क्षेत्रों से परिचय की हमारी श्रृंखला में, आज हम राजधानी दिल्ली की चांदनी चौक सीट की जानकारी दे रहे हैं।
1956 में बनाई गई चांदनी चौक की संसदीय सीट क्षेत्रफल के हिसाब से देश का सबसे छोटा लोकसभा क्षेत्र है। यह एक प्रमुख पर्यटक धार्मिक और वाणिज्य केंद्र के रूप में जाना जाता है इस बार चांदनी चौक सीट पर मुकाबले काफी दिलचस्प होने के असर है क्योंकि पहली बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार आम आदमी पार्टी के समर्थन से कांग्रेस ने जयप्रकाश अग्रवाल को मैदान में उतर रहे जो पहले 1984, 1989, 1996 में निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। एक प्रमुख वाणिज्य केंद्र होने के कारण स्थिति पर कारोबारी समुदाय के वोट काफी मायने रखते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने प्रवीण खंडेलवाल को मैदान में उतरा है, जो व्यापारियों के संगठन कैट के महासचिव हैं। खस्ताहाल बुनियादी, प्रदूषण, पार्किंग की समस्या के साथ-साथ साफ पानी और सिवेज प्रणाली जैसे कई मुद्दे भी यहां प्रमुख है। इस निर्वाचन क्षेत्र में 16 लाख 45 हजार से अधिक मतदाता है। जिसमें 8 लाख 83 हजार पुरूष मतदाता और 7 लाख 62 हजार महिला मतदाता हैं। इस सीट पर 23 हजार से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता और 22 हजार से अधिक ऐसे मतदाता है जो पहली बार मतदान करेंगे।