कोयला मंत्रालय ने आज क्रमशः एनएलसी इंडिया लिमिटेड, गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड और टैंजेडको को 03 कोयला खदानों यानी मच्छकाटा (संशोधित), कुडनाली लुबरी और सखीगोपाल-बी काकुरही के लिए आवंटन आदेश जारी किए। इन तीन कोयला खदानों में से एक संपूर्ण रूप से दोहन की गई कोयला खदान है और दो आंशिक रूप से दोहन की गई कोयला खदानें हैं।
जिन तीन कोयला खदानों के लिए वेस्टिंग ऑर्डर जारी किए गए हैं, उनकी संचयी पीक रेटेड क्षमता (पीआरसी) ~ 30.00 एमटीपीए है और उनमें ~2,194.10 एमटी का भूवैज्ञानिक भंडार है। इन खदानों से ~ पीआरसी के आधार पर गणना किए गए 2,991.20 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व हासिल होने की उम्मीद है और ये खदानें 4,500 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश आकर्षित करेंगी। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 40,560 लोगों को रोजगार मिलेगा।
तीन कोयला खदानों, जिनके लिए आज आदेश जारी किए गए, समेत अब तक ~202.50 एमटीपीए की संचयी पीआरसी के साथ कुल 95 कोयला खदानों के लिए निहित/आवंटन आदेश जारी किए जा चुके हैं। इसके परिणामस्वरूप ~ इन खदानों की पीआरसी के आधार पर गणना किए गए 29,516.84 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व हासिल होगा और प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 2,73,773 लोगों के लिए रोजगार सृजित होगा।