राजधानी में प्रदूषण के खतरनाक स्तर और सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी को प्रमुखता दी है। अमर उजाला का शीर्षक है- और बढा जहर, सुप्रीम कोर्ट की फटकार, सभी स्कूल कालेज बंद। हिन्दुस्तान ने अपनी टिप्पणी में लिखा है- डेढ महीने में तीन गुना खराब हुई हवा, कोर्ट ने साफ हवा को लोगों का अधिकार बताया।
दैनिक जागरण और जनसत्ता की सुर्खी है- सुप्रीम मंजूरी के बगैर नहीं हटेंगे ग्रेप-4 के प्रतिबंध। राष्ट्रीय सहारा और देशबंधु के अनुसार दिल्ली में 15 उडानों का बदला रूट और सौ से अधिक देरी से संचालित।
ब्राजील में जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य को प्रमुखता दिये जाने को पंजाब केसरी और वीर अर्जुन ने सुर्खी बनाया है। इसी खबर पर हरिभूमि ने लिखा है – ग्लोबल साउथ के देशो की चिंताओं और समस्याओं की ओर आकर्षित किया दुनिया का ध्यान।
दैनिक भास्कर ने कारोबार पन्ने पर लिखा है- स्मार्टफोन पीएलआई से बढ़ रहा है सरकारी खजाना, चार साल में 19 गुना राजस्व।
दैनिक ट्रिब्यून के अनुसार हरियाणा में संविदात्मक विधेयक पास, पांच वर्षों से कार्यरत कॉन्ट्रेक्ट कर्मी रिटायर होने तक करेंगे नौकरी।