वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत मुक्त व्यापार समझौते पर सहमति के लिए समानता, संतुलन और निष्पक्ष व्यापार चाहता है
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज मुंबई में 27वें सीआईटीआईसी सीएलएसए इंडिया फोरम में मुख्य भाषण के दौरान कहा कि भारत मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत करते समय समानता, संतुलन और निष्पक्ष व्यापार चाहता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत उन देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते करता है जिनकी नीतियां पारदर्शी और खुली हैं तथा वहां की सरकारी आर्थिक प्रणालियां भारत के साथ मेल खाती हैं।
पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले एक दशक से नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता रही है, जिससे भारतीयों को बड़ी उम्मीदें बरकरार रखने में मदद मिली है। यह सुनिश्चित किया गया है कि देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लोकतंत्र, जनसांख्यिकी लाभांश, मांग और निर्णायक नेतृत्व का चारों ओर से लाभपूर्ण उपयोग करे। फोरम में प्रतिभागियों से निवेश जारी रखने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत की ओर बढ़ते हुए यहां अवसरों की विविधता हमारे देश को दुनिया के लिए सबसे अच्छा व्यापारिक गंतव्य बनाती है।
देश में कौशल विकास लेकर किए गए सवाल का जवाब देते हुए, पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बजट 2024 में 30 बिलियन डॉलर की पांच योजनाओं की घोषणा की है। आने वाले वर्षों में, सरकार का ध्यान युवाओं को उनकी इच्छा के अनुरूप औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने और अपनी पसंद के व्यवसाय में आगे बढ़ने की सुविधा देने पर होगा। उन्होंने कहा कि कौशल विकास में सीएसआर खर्च भी आने वाले वर्षों में प्रगति को बढ़ाएगा।