आज अधिकांश अखबारों ने संसद के दोनों सदनों के समक्ष कल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण के विभिन्न पहलुओं को पहले पन्ने पर दिया है। अर्थव्यवस्था की मजबूती सहित सेवाओं और कृषि को समान महत्व तथा स्वास्थ्य और पर्यटन में सरकार की उपलब्धियों की चर्चा विभिन्न शीर्षकों से है। हरिभूमि के शब्द हैं – आज का भारत, दुनिया को समाधान देने के लिए जाना जाता है।
जनसत्ता और अमर उजाला ने लिखा है- इमरजेंसी को सबसे बडा काला अध्याय बताया, कहा मेरी सरकार के लिए संविधान जन-चेतना का हिस्सा। राजस्थान पत्रिका के शब्द हैं- संविधान खतरे में, का करारा जवाब, आपातकाल पर निंदा प्रस्ताव पारित।
राष्ट्रपति ने पेपर लीक मामले में कहा- दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
राजस्थान पत्रिका ने कांग्रेस द्वारा सैम पित्रोदा को फिर से जिम्मेदारियां सौंपने की खबर मुख पृष्ठ पर दी है।
नीट यूजी परीक्षा में गडबडी के संबंध में बिहार से सीबीआई द्वारा दो लोगों को हिरासत में लेने और तेजी से कार्रवाई करने की खबर अलग-अलग शीर्षकों से है। जनसत्ता लिखता है- नीट यूजी मामले में पहली बार गिरफ्तारियां, अदालतों ने एनटीए से जवाब मांगा।
अखबारों ने मॉनसून से पहले की बारिश से मौसम सुहावना होने और उत्तर भारत को गर्मी से राहत दिलाने की चर्चा की है। अखबार लिखते हैं- समूचे दिल्ली एनसीआर में पारे में गिरावट आई। जनसत्ता ने मौसम विभाग के अनुमान को अहमियत दी है कि दिल्ली में 29 और 30 जून को भारी बारिश हो सकती है। कई अखबारों ने मॉनसून आगे बढने की परिस्थितियां अनुकूल होने का भी जिक्र किया है।