ANRF ने अपने “इलेक्ट्रिक वाहनों पर उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों की उन्नति के लिए मिशन” (MAHA-EV) के तहत सहायता के लिए सात ई-नोड्स के चयन की घोषणा की
अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (एएनआरएफ) ने अपने “इलेक्ट्रिक वाहनों पर उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों की उन्नति के लिए मिशन ” (एमएएचए-ईवी) के तहत सहायता के लिए सात ई-नोड्स के चयन की घोषणा की। एएनआरएफ के राष्ट्रीय मिशन के तहत शुरू किए गए वर्तमान कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के इलेक्ट्रिक वाहन तंत्र में महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करना और नवाचार को बढ़ावा देना है।
एएनआरएफ महा-ईवी प्रस्ताव तीन रणनीतिक रूप से परिभाषित तकनीकी वर्टिकल (टीवी) पर केंद्रित है – ट्रॉपिकल ईवी बैटरी और बैटरी सेल (टीवी-I), पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीन और ड्राइव (पीईएमडी) – (टीवी-II) और ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (टीवी-III)।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक चयनित इलेक्ट्रिक मोबिलिटी नोड (ई-नोड्स) देश के ईवी क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास में योगदान देने और उसे स्थापित करने के लिए अनिवार्य उद्योग भागीदारी के साथ शैक्षणिक संस्थानों/आरएंडडी प्रयोगशालाओं को शामिल करते हुए कंसोर्टिया मोड में परियोजना को क्रियान्वित करेगा।
एएनआरएफ के महा-ईवी मिशन के तहत चयनित सात ई-नोड्स क्रमशः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे, इंटरनेशनल एडवांस्ड रिसर्च सेंटर फॉर पाउडर मेटलर्जी एंड न्यू मैटेरियल्स हैदराबाद, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सुरथकल, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-बीएचयू, सीएसआईआर-केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान, पिलानी और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर प्रमुख हैं।
इस कदम से सभी हितधारकों में व्यापक उत्साह देखा गया तथा शैक्षणिक संस्थानों, अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं और औद्योगिक सैक्शन्स से कंसोर्टिया मोड में 227 प्रस्ताव प्राप्त हुए।
चयनित सात ई-नोड्स में से दो ट्रॉपिकल ईवी बैटरी और सेल प्रौद्योगिकियों (टीवी-I) पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिनमें से तीन पावर इलेक्ट्रॉनिक्स मशीनों और ड्राइव्स (टीवी-II) पर काम करेंगे और शेष दो ई-नोड्स टीवी-III के तहत चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
महा-ईवी मिशन अगली पीढ़ी के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी समाधानों में भारत के नेतृत्व को उत्प्रेरित करेगा, जो स्थिरता, नवाचार और आत्मनिर्भरता के लक्ष्यों के साथ रेखांकित हैं।