भारतीय उड्डयन क्षेत्र ने 17 नवंबर 2024 को एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, जब एक ही दिन में देशभर में 5,05,412 घरेलू यात्रियों ने हवाई सफर किया। यह पहली बार है जब घरेलू यात्रियों की संख्या 5 लाख के आंकड़े को पार कर गई है, जो वैश्विक उड्डयन क्षेत्र में भारत की बढ़ती अहमियत को दर्शाता है। इस दिन 3,100 से अधिक विमानों ने उड़ान भरी, जिनमें पांच लाख से अधिक यात्री सवार थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 अक्टूबर 2016 को शुरू की गई उड़ान – “उड़े देश का आम नागरिक” योजना के बाद से यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह उपलब्धि उड्डयन क्षेत्र के तेज़ी से हो रहे विस्तार को दर्शाती है, जिसे बेहतर कनेक्टिविटी, यात्री-अनुकूल नीतियों और किफायती हवाई यात्रा की बढ़ती पहुंच का समर्थन मिला है। यह सफलता सभी हितधारकों, जैसे एयरलाइंस और हवाई अड्डा संचालकों, के सामूहिक प्रयासों को दर्शाती है, जिन्होंने यात्रियों को विश्वसनीय और कुशल सेवाएं प्रदान की हैं।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा, “यह संख्या दर्शाती है कि अब हवाई यात्रा भारत के लोगों के लिए अधिक सुलभ हो गई है।” उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उड़ान जैसी योजनाओं के कारण संभव हो पाई है, जिसने हवाई यात्रा को लोगों के करीब ला दिया है। उड़ान ने हवाई यात्रा में क्रांति ला दी है, जिससे भारत के दूरदराज़ क्षेत्रों को वैश्विक गंतव्यों से जोड़ा जा सका है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय क्षेत्रीय संपर्क योजना (उड़ान), ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के विकास, और यात्री सेवाओं के डिजिटलीकरण जैसी पहलों के माध्यम से इस क्षेत्र की वृद्धि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह उपलब्धि भारत के उड्डयन उद्योग की मजबूती और संभावनाओं का प्रमाण है, जो राष्ट्र की आर्थिक प्रगति के एक प्रमुख चालक के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करता है।