केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने आईआईटीएफ 2024 में विद्युत मंत्रालय और एनटीपीसी पैवेलियन का दौरा किया
केंद्रीय विद्युत और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने आज भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) 2024 में विद्युत मंत्रालय और एनटीपीसी के मंडपों का दौरा किया। इस अवसर पर सचिव (विद्युत), विद्युत सीपीएसई के सीएमडी, विद्युत मंत्रालय और विद्युत क्षेत्र के सीपीएसई के उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे। केंद्रीय मंत्री ने ‘इको-हाउस’ का भी दौरा किया, जिसके निर्माण में ताप विद्युत संयंत्रों से निकलने वाली लगभग 80% राख और राख-आधारित उत्पादों का उपयोग किया जाता है।
विद्युत मंत्रालय, आईआईटीएफ 2024 में विकसित भारत@2024 के लिए अपना विजन प्रस्तुत कर रहा है। विद्युत मंत्रालय का मंडप भारत के ऊर्जा परिवर्तन और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने जैसे प्रमुख विषयों पर व्यापक अनुभव प्रदान करता है, जो एक टिकाऊ और विकसित भविष्य की दिशा में देश की प्रगति को रेखांकित करता है।
यह मंडप अत्याधुनिक इंटरैक्टिव तकनीकों से सुसज्जित है, जिसमें वर्चुअल रियलिटी गेम, एक इंटरैक्टिव एलईडी ग्लोब, क्विज़ पैनल और टच-स्क्रीन ओएलईडी डिस्प्ले शामिल हैं, जो दर्शकों को अच्छा अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। विद्युत मंत्रालय के तहत भाग लेने वाले सीपीएसई हरित ऊर्जा, शुद्ध-शून्य उत्सर्जन लक्ष्य और जीवन की सुगमता को बढ़ाने के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के लिए किए गए प्रयासों पर भी प्रकाश डाल रहे हैं।
माननीय मंत्री ने एनटीपीसी के मंडप का भी दौरा किया, जिसमें एनटीपीसी के पर्यावरण-अनुकूल और किफायती आवास के लिए नए समाधान, ‘ सुख’ इको-हाउस को प्रस्तुत किया गया । इस इको-हाउस के निर्माण में थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाली लगभग 80% राख और राख-आधारित उत्पादों का उपयोग किया गया है, जो ग्रामीण आवास के लिए एक क्रांतिकारी दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है और स्थिरता और शून्य-कार्बन उत्सर्जन के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
आईआईटीएफ में विद्युत मंत्रालय और एनटीपीसी के मंडपों ने भारत के ऊर्जा और बुनियादी ढांचे के परिदृश्य को बदलने के लिए सरकार के चल रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला, जिससे 2047 के लिए देश के दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में एक उज्जवल, हरित और अधिक टिकाऊ भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा।