उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को 39 वकीलों और ‘एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड’ को वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया। वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किये गए वकीलों में बांसुरी स्वराज भी शामिल हैं। प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों ने एक बैठक में 14 अगस्त, 2024 से इन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया, जिनमें 10 महिलाएं हैं। बांसुरी स्वराज के अलावा, नलिन कोहली, अभिमन्यु भंडारी, अनिंदिता पुजारी, शादान फरासत, अपर्णा भट, परमेश्वर के, ऋषि मल्होत्रा, अशोक पाणिग्रही, गौरव शर्मा उन वकीलों में शामिल हैं, जिन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया है।
उच्चतम न्यायालय ने 19 जनवरी को 56 वकीलों को वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया था। संविधान के अनुच्छेद 145 के तहत उच्चतम न्यायालय द्वारा तैयार नियमों के अनुसार, केवल ‘एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड’ (एओआर) के रूप में नामित अधिवक्ता ही उच्चतम न्यायालय में मामले दायर कर सकते हैं, जो वर्ष में दो बार एओआर परीक्षा आयोजित करता है।