जम्मू-कश्मीर में हाल की मूसलाधार बारिश और भूस्खलन से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल ने कल रियासी जिले का दौरा किया। केंद्रीय दल ने समुदाय-आधारित आपदा तैयारियों को मज़बूत करने और महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे की बहाली को प्राथमिकता देने का सुझाव दिया।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण- एनडीएमए के संयुक्त सचिव कर्नल कीर्ति प्रताप सिंह के नेतृत्व में टीम ने डोमेल-कटरा राजमार्ग, भूस्खलन प्रभावित बलानी पुल और कटरा में शनि मंदिर के पास भूस्खलन क्षेत्र सहित कई प्रभावित स्थानों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय दल ने खेतों में जाकर फसल के अनुमान का जायज़ा लिया और किसानों से मिलकर उनकी चिंताओं को जाना। अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित लोगों के लिए माहोर, जेम्सलान और सरह में राहत शिविर बनाए गए हैं जहां खाद्य सामग्री, आश्रय, चिकित्सा सहायता और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
जम्मू-कश्मीर में वायु सेना ने कल उधमपुर जिले के बाढ़ प्रभावित दम्मोट पंचायत के लोगों के लिए लगभग छह टन राहत सामग्री हैलीकॉप्टरों से पहुंचाई।
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने मछली पकड़ने वाली नाव अल-ओवैस में जनरेटर में ईंधन स्थानांतरण के…
केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज…
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने 29 सितंबर, 2025 को वर्ष 2025 के लिए राष्ट्रीय…
मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती तूफान मोन्था पिछले छह घंटों में उत्तर-पश्चिम दिशा…
ओडिशा में, भीषण तूफ़ान के प्रभाव से राज्य के दक्षिणी और तटीय ज़िलों में आज…
शतरंज में डी गुकेश ने कल अमरीका के सेंट लुइस शतरंज क्लब में क्लच शतरंज…