कोयला मंत्रालय ने जुलाई 2024 के दौरान कुल कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है। कुल कोयला उत्पादन 74.07 मिलियन टन (एमटी) तक पहुंच गया है। यह पिछले वर्ष के इसी महीने के 69.42 एमटी के आंकड़े को पार कर गया है और 6.69 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
जुलाई 2024 में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) का उत्पादन बढ़कर 55.04 एमटी हो गया है, जो जुलाई 2023 के 53.67 एमटी की तुलना में 2.54 प्रतिशत की वृद्धि है। संचयी कोयला उत्पादन (जुलाई 2024 तक) में सराहनीय उछाल देखा गया है और यह वित्तीय वर्ष 2023-24 की समान अवधि के दौरान 292.80 एमटी की तुलना में 9.78 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्तीय वर्ष 2024-25 में 321.45 एमटी (अनंतिम) हो गया है।
जुलाई 2024 में कोयले की ढुलाई में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई और इसने जुलाई 2023 में दर्ज 76.05 एमटी की तुलना में 4.58 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ 79.54 एमटी के आंकड़े को छू लिया। वित्तीय वर्ष 2024-25 में संचयी कोयला ढुलाई (जुलाई 2024 तक) 341.61 एमटी (अनंतिम) रही, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 की इसी अवधि के दौरान 316.54 एमटी की तुलना में 7.92 प्रतिशत की सराहनीय वृद्धि है।
दिनांक 31.07.2024 तक, कोयला कंपनियों के पास मौजूद कोयले के स्टॉक में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 86.8 एमटी तक पहुंच गया। यह उछाल कोयला क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन और दक्षता को रेखांकित करते हुए 43.85 प्रतिशत की प्रभावशाली वार्षिक वृद्धि दर को दर्शाता है।
उपरोक्त आंकड़े देश की ऊर्जा संबंधी मांगो को पूरा करने की दिशा में कोयला क्षेत्र की सुदृढ़ता और प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं। कोयला मंत्रालय इस क्षेत्र के भीतर निरंतर विकास और दक्षता को बढ़ावा देने के प्रति दृढ़ है।