मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स में भारतीय तटरक्षक बल के लिए अगली पीढ़ी के अपतटीय गश्ती पोत श्रेणी के पहले जहाज निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के लिए छह अगली पीढ़ी के अपतटीय गश्ती पोतों (एनजीओपीवी) में से पहले जहाज यार्ड 16401 के निर्माण कार्य का शुभारंभ समारोह 22 जुलाई, 2025 को मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) में आयोजित किया गया। 117 मीटर लंबे इस पोत की सीमा 5,000 समुद्री मील होगी। इस जहाज पर 11 अधिकारियों व चालक दल के सदस्यों के साथ 110 कर्मियों की तैनाती होगी और इसकी अधिकतम गति 23 समुद्री मील होगी। ये सभी पोत उन्नत प्रौद्योगिकियों जैसे एआई-आधारित पूर्वानुमानित रखरखाव, रिमोट पायलटेड ड्रोन, इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम (आईबीएस) और इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम (आईपीएमएस) से लैस होंगे।
भारतीय तटरक्षक बल क्षेत्रीय मुख्यालय (उत्तर पश्चिम) के मुख्य स्टाफ अधिकारी (तकनीकी) उप महानिरीक्षक आरएच नांदोदकर ने मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के कार्यकारी निदेशक (जहाज निर्माण) ए विनोद और भारतीय तटरक्षक बल तथा मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समारोह की अध्यक्षता की। अपतटीय गश्ती पोतों का निर्माण 20 दिसंबर, 2023 को हस्ताक्षरित अनुबंध के तहत किया जा रहा है और ये खरीद (भारतीय-आईडीडीएम) श्रेणी के तहत पूरी तरह से स्वदेशी हैं, जो सरकार के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।