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DPIIT ने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण और स्वच्छ परिवहन के लिए सुदृढ़ अनुकूल परिवेश बनाने के उद्देश्य से एथर एनर्जी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने भारत में स्वच्छ परिवहन और उन्नत विनिर्माण क्षेत्रों के विकास में तेज़ी लाने के लिए भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी एथर एनर्जी लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। नवाचार-केंद्रित पचास से अधिक स्टार्टअप्स के गठबंधन स्टार्टअप पॉलिसी फ़ोरम (एसपीएफ) के नेतृत्व में ‘बिल्ड इन भारत’ पहल के अंतर्गत यह सहयोग किया जा रहा है।

यह समझौता ज्ञापन डीपीआईआईटी और एथर एनर्जी के बीच व्यापक साझेदारी की रूपरेखा प्रस्तुत करता है। यह साझेदारी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से संबंधित स्टार्टअप्स के रणनीतिक मार्गदर्शन, उन्हें इलेक्ट्रिक वाहनों से जुड़ी व्यावसायिक गतिविधियों और प्रक्रियाओं की मूल्य श्रृंखला से संबंधित बुनियादी ढांचे के निर्माण में सहयोग, भारत स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज जैसे संयुक्त नवाचार कार्यक्रमों, प्रतिभा और कौशल विकास पहलों की मिलकर मेजबानी, और स्टार्टअप महाकुंभ जैसे कार्यक्रमों में भागीदारी के साथ-साथ जमीनी स्तर पर अनुभव प्राप्त करने पर केंद्रित होगी।

डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव सिंह और एथर एनर्जी के सह-संस्थापक एवं सीईओ तरुण मेहता की उपस्थिति में इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस पहल से भारत में दीर्घकालिक परिवहन व्यवस्था की ओर संक्रमण को बढ़ावा मिलने और विनिर्माण की ओर बढ़ रहे स्टार्टअप्स को अधिक सक्षम करने के लिए आवश्यक वातावरण तैयार होने की उम्मीद है।

डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव सिंह ने हस्ताक्षर समारोह में कहा कि “भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्षेत्र बदलाव के महत्वपूर्ण दौर में प्रवेश कर रहा है। एथर एनर्जी के साथ इस साझेदारी के माध्यम से हमारा लक्ष्य ऐसे सक्षम वातावरण के विकास को गति प्रदान करना है जिससे स्टार्टअप ईवी निर्माण, बैटरी से संबंधित नवाचार और स्वच्छ ऊर्जा से जुड़े समाधानों को हासिल करने में सार्थक योगदान दे सकें।”

एथर एनर्जी के सह-संस्थापक और सीईओ तरुण मेहता ने इस अवसर पर कहा कि “हमें हार्डवेयर और डीप-टेक स्टार्टअप्स की सहायता के लिए उपयुक्त प्रणालियों को मजबूत करने के उद्देश्य से डीपीआईआईटी के साथ सहयोग करके प्रसन्नता हो रही है। यह पहल नीतिगत समर्थन और उद्योग जगत की मजबूत भागीदारी के साथ स्टार्टअप्स के संस्थापकों को उनकी मुख्य तकनीकी चुनौतियों से निपटने और भारत से उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पादों का निर्माण बढ़ाने में मदद कर सकती है।”

स्टार्टअप पॉलिसी फोरम की अध्यक्ष और सीईओ श्वेता राजपाल कोहली ने कहा, “डीपीआईआईटी और एथर एनर्जी के बीच यह साझेदारी स्टार्टअप पॉलिसी फोरम की बिल्ड इन भारत पहल को जीवंत बना रही है। इस सहयोग के माध्यम से भारत के विनिर्माण क्षेत्र की क्षमता को उजागर करना वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी नवाचार के अनुकूल परिवेश के निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।”

इस सहयोग से ईवी और विनिर्माण क्षेत्र में स्टार्टअप्स के लिए नए अवसर उपलब्ध होने की उम्मीद है। भारत के जलवायु और औद्योगिक लक्ष्यों के अनुरूप भविष्य के लिए तैयार और आत्मनिर्भर स्टार्टअप के अनुकूल वातावरण के निर्माण में भी इसका योगदान रहेगा।

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