उत्तराखण्ड के कुमाऊं क्षेत्र में तेज वर्षा के कारण जलभराव और घरों में पानी भरने से सामान्य जन जीवन प्रभावित
उत्तराखण्ड के कुमाऊं क्षेत्र में तेज वर्षा के कारण जलभराव और घरों में पानी भरने से सामान्य जन जीवन प्रभावित हुआ है। चम्पावत, ऊधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ जिले में देर रात भारी बारिश के कारण मैदानी क्षेत्रों में जलभराव हुआ, जिससे बाद कईं प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों में ठहराया जा रहा है।
चम्पावत जिले की पूर्णागिरी तहसील में 150 से अधिक परिवारों को राज्य आपदा मोचन बल और पुलिस बल ने स्थानीय प्रशासन की मदद से सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया है। वहीं, ऊधमसिंह नगर जिले की खटीमा और सितारगंज तहसील में 25 से अधिक स्थानों में जलभराव हुआ है। एन.डी.आर.एफ के 98 सदस्यों सहित एस.डी.आर.एफ, पुलिस, जल पुलिस दल और तहसील प्रशासन मिलकर राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं।
एन.डी.आर.एफ ने गिलहरी चकरपुर गांव में करीब 150 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है। उधर, पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में बढोतरी दर्ज की गई है। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और उनसे हुए भूस्खलन के कारण 100 से अधिक सड़क मार्गों पर यातायात अवरूद्ध है। सभी मार्गों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कुमाऊं कमिश्नर सहित चंपावत, ऊधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ के जिलाधिकारियों और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।
सभी जिलों के जिलाधिकारी थे। कहा गया है कि अभी हमें इस समय में जो सबसे जरूरी है सबकी जान-माल की सुरक्षा करना और उसके लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और भी जो भी हमारे विभाग आपदा के समय में काम करते हैं, सभी विभागों को तत्काल मौके में जाने के लिए कहा है अधिकारियों को भी मौके पर जाने के लिए कहा है। किसी तरह से लोगों को वहां पर जो है फंस गए हैं उनको सुरक्षित स्थानों पर पहंचाए।
इस बीच, मौसम विभाग ने चम्पावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले में आज भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य के अन्य हिस्सों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।