महान तबला वादक जाकिर हुसैन का कल रात अमरीका में निधन हो गया। वह 73 वर्ष के थे। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वे रक्तचाप संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। इससे पहले उन्हें हृदय संबंधी समस्याओं के कारण सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उस्ताद जाकिर हुसैन प्रख्यात तबला वादक अल्लाह रक्खा के सबसे बड़े बेटे उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च, 1951 को मुंबई में हुआ था। वे बहुत कम उम्र से ही संगीत की ओर स्वाभाविक रूप से आकर्षित हो गए थे।
छह दशकों के करियर में, उन्होंने विश्व स्तर पर पाँच ग्रैमी पुरस्कार जीते, जिनमें से तीन इस साल की शुरुआत में 66वें ग्रैमी पुरस्कार में जीते। उन्होंने ‘साज़’, ‘हीट एंड डस्ट’ सहित कुछ फ़िल्मों में भी अभिनय किया। उनकी सबसे हालिया फ़िल्म ‘मंकी मैन’ वर्ष 2024 में रिलीज़ हुई।
जाकिर हुसैन ने कई प्रसिद्ध भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के साथ काम किया। गिटारवादक जॉन मैकलॉघलिन, वायलिन वादक एल शंकर और तालवादक टी.एच. ‘विक्कू’ विनायकराम के साथ जुगलबंदी उनकी एक अभूतपूर्व उपलब्धि थी।
इस जुगलबंदी ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को जैज़ के साथ मिला दिया, जिसने एक अनूठे संगीत को जन्म दिया, जो पहले कभी नहीं सुनी गई थी। हुसैन को 1988 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।