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Headquarters Integrated Defence Staff (IDS) celebrated its 24th Raising Day
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एकीकृत रक्षा स्टाफ (IDS) मुख्यालय ने अपना 24वां स्थापना दिवस मनाया

एकीकृत रक्षा स्टाफ (आईडीएस) मुख्यालय ने 01 अक्टूबर, 2024 को अपना 24वां स्थापना दिवस मनाया। एकीकृत रक्षा स्टाफ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू ने ‘पर्पल फ्रेटरनिटी’ के सभी रैंकों की ओर से शहीद नायकों की याद में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नई दिल्ली में पुष्पांजलि अर्पित की।

आईडीएस मुख्यालय प्रत्याशित चुनौती की अवधारणा के आधार पर तीनों सेनाओं के बल संरचनाओं, आधुनिकीकरण और उपकरणों के विकास के लिए समन्वय, एकीकरण और नीतिगत इनपुट प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तीनों सेनाओं के प्रत्युत्तर, प्रौद्योगिकी प्रबंधन, सूचना आश्वासन और अंतरिक्ष परिसंपत्तियों के इस्तेमाल, रक्षा खुफिया जानकारी को मजबूत करने और सैन्य कूटनीति को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त योजनाओं की तैयारी में रक्षा सेवाओं के प्रयासों के लिए आईडीएस मुख्यालय महत्वपूर्ण है।

आईडीएस मुख्यालय राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समूह के एक भाग के रूप में रणनीतिक और संयुक्त संचालन के लिए संयुक्त सिद्धांत तैयार करने, तीनों सेनाओं और मित्र देशों के साथ संयुक्त प्रशिक्षण को बढ़ाने, अंतर-संचालन योग्य परिचालन रसद और मानवीय सहायता और आपदा राहत संचालन योजनाओं को विकसित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

एकीकृत क्षमता विकास प्रणाली को अपनाना, रक्षा नेटवर्क के निर्बाध एकीकरण और डेटा का लाभ उठाने के लिए संयुक्त संचार की डिजाइन, तीनों सेनाओं के सैटेलाइट अर्थ स्टेशन और आईआरएनएसएस के साथ नाविकों को जोड़ने, साइबर स्पेस संचालन और जल-थल संचालन पर संयुक्त सिद्धांत, पांच संयुक्त सेवा प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना, तीन संयुक्त रसद प्रणाली की स्वीकृति मिलना संभव हुआ है, जबकि चार अन्य का कार्य प्रगति पर है। साथ ही, सामान्य रखरखाव और समर्थक इंफ्रास्ट्रक्चर को अपनाना आईडीएस मुख्यालय के तत्वावधान में प्रमुख मील के पत्थर हैं। पिछले एक साल के दौरान, संयुक्त कमांडरों का सम्मेलन 2024, शीर्ष नेतृत्व स्तर पर तीन त्रि-सेवा कमांडरों के सम्मेलन और सेवा प्रमुखों और आईडीएस के सभी घटकों के साथ दो परिवर्तन-चिंतन शिविर जैसी कई प्रमुख पहल की गईं।

आईडीएस ने मित्र देशों के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विभिन्न देशों में 18 नए रक्षा विंग बनाए जा रहे हैं और भारत में पांच नए विंग स्थापित किए गए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए बड़ी संख्या में संयुक्त स्टाफ वार्ता की गई है। सुनिश्चित अंतर-संचालन के लिए संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास, विशेष रूप से एक्स इंद्रा, एक्स टाइगर ट्रायम्फ और एक्स ब्राइट स्टार आयोजित किए गए हैं।

संयुक्त सेवा स्वदेशीकरण केंद्र के तहत एक अच्छी तरह से परिभाषित स्वदेशीकरण रोडमैप के साथ रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए विशिष्ट प्रयास किए गए हैं। सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची के कार्यान्वयन की देखरेख और रक्षा कार्यक्रम में नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए एक उच्च स्तरीय रक्षा स्वदेशीकरण समिति की स्थापना की गई है।

उच्च स्तर पर रक्षा के प्रबंधन के लिए एक संस्थागत ढांचा प्रदान करने और विश्वसनीय और व्यापक राष्ट्रीय शक्ति की खोज में तीनों सेवाओं और अन्य संबंधित घटकों को एकीकृत करने के लिए 01 अक्टूबर, 2001 को मुख्यालय आईडीएस की स्थापना की गई थी। यह सेनाओं के बीच एकीकरण और संयुक्तता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई अनेक पहलों में अग्रणी बना हुआ है, तथा अपने आदर्श वाक्य ‘संयुक्तता के माध्यम से विजय’ को सार्थक कर रहा है।

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