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Amit Shah addressed the Rajasthan at the 'Cooperative and Employment Festival' in Jaipur
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गृह मंत्री अमित शाह ने जयपुर में ‘सहकार एवं रोजगार उत्सव’ में राजस्थान के विभिन्न जिलों के 8 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरण के कार्यक्रम को संबोधित किया

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राजस्थान के जयपुर में ‘सहकार एवं रोजगार उत्सव’ में राजस्थान के विभिन्न जिलों के 8 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरण के कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, केन्द्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

‘सहकार एवं रोजगार उत्सव’ को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि अंतराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष मनाने की शुरुआत भारत से हुई है। उन्होंने कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2025 को अंतराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया, तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने ही इसके प्रथम कार्यक्रम का उद्घाटन किया। अमित शाह ने कहा कि सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में आज 24 अन्न भंडारण गोदाम और 64 मिलेट आउटलेट्स का वर्चुअल लोकार्पण, गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ऋण वितरण, दुग्ध उत्पादक समितियों को माइक्रो एटीएम का वितरण, दो उत्कृष्ट प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) का सम्मान किया गया। साथ ही श्वेत क्रांति 2.0 – प्राइमरी डेयरी कोआपरेटिव सोसाइटी (PDCS) ऑनलाइन पंजीकरण प्लेटफॉर्म का शुभारंभ और पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त ग्राम अभियान के तहत सफलता की कहानियों के संकलन तथा वन्दे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत सफलता की कहानियों के संकलन का विमोचन किया गया। इसके अलावा, राजस्थान पुलिस को दिए गए 100 नए वाहनों को फ्लैग-ऑफ किया गया।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने हर गांव, गरीब और किसान तक सहकारिता को पहुंचाने के लक्ष्य के साथ केन्द्र सरकार में एक स्वतंत्र सहकारिता मंत्रालय स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि आज 98 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र में सहकारिता की सक्रिय भूमिका है और आगामी 100 साल सहकारिता के होंगे। अमित शाह ने कहा कि देश के धान और गेहूं की खरीद में लगभग 20 प्रतिशत योगदान सहकारिता का है, जबकि 35 प्रतिशत उर्वरक और 30 प्रतिशत चीनी का उत्पादन सहकारिता के माध्यम से होता है। 20 प्रतिशत से ज्यादा उचित मूल्य की दुकानें (फेयर प्राइस शॉप) भी सहकारिता के माध्यम से चलती हैं। उन्होंने कहा कि 8 लाख 50 हजार सहकारी संस्थाओं के माध्यम से 31 करोड़ लोग सहकारिता से जुड़े हैं।

केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय की स्थापना के चार वर्ष के भीतर हमने 61 पहलों के जरिये सहकारिता को मजबूत करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि दो लाख नए PACS बनाने का काम शुरू हो गया है, इनमें से 40 हजार पैक्स बना लिए गए हैं। सभी PACS के कम्प्यूटरीकरण का काम पूरा कर लिया गया है और सभी राज्यों ने पैक्स के मॉडल बायलॉज़ स्वीकार कर लिए हैं। गोदाम भी बनाए जा रहे हैं। ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स, एक्सपोर्ट और बीज संवर्धन के लिए नई सहकारी संस्थाएं बनाई गई हैं। अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने NAFED और NCCF के ऐप पर पंजीकरण करने वाले किसानों के दलहन, तिलहन और मक्का की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर करने की गारंटी दी है और अगर बाजार में मिल रही कीमत MSP से अधिक है तो किसान अपनी पैदावार बाजार में बेचने के लिए स्वतंत्र हैं।

अमित शाह ने कहा कि आज राजस्थान देश के कृषि विकास में बहुत बड़ा योगदान कर रहा है। देश में ग्वार का 90 प्रतिशत से अधिक उत्पादन राजस्थान में हो रहा है। सरसों का 46 प्रतिशत, बाजरे का 44 प्रतिशत, तिलहन का 22 प्रतिशत और मिलेट्स का 15 प्रतिशत उत्पादन राजस्थान में ही हो रहा है। इन फसलों के उत्पादन में राजस्थान देश में पहले नंबर पर है। मूंगफली का 18 प्रतिशत उत्पादन राजस्थान में हो रहा है और इसके उत्पादन में वह देश में दूसरे नंबर पर है, वहीँ ज्वार, चना, दलहन और सोयाबीन के उत्पादन में राजस्थान तीसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने बीते 11 साल के अपने कार्यकाल के दौरान गेहूं की MSP में 73 प्रतिशत, चने में 82 प्रतिशत, सरसों में 95 प्रतिशत और मूंगफली की MSP में 82 प्रतिशत वृद्धि की है।

केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि राजस्थान को पूरा देश ऊंटों की भूमि के तौर पर जानता है। उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से ऊंटों की नस्ल के संरक्षण और ऊंटनी के दूध के औषधीय गुणों पर रिसर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे आगामी दिनों में ऊंटों के अस्तित्व पर कोई खतरा नहीं रहेगा।

अमित शाह ने कहा कि राजस्थान की मौजूदा सरकार ने काफी कम समय में ढेर सारे काम किए हैं। उन्होंने कहा कि पहले पूरा राज्य पेपर लीक के मामलों से त्रस्त था, लेकिन राजस्थान की सरकार ने एसआईटी गठित कर पेपर लीक माफिया को कठोर संदेश भेजा है। वहीँ, ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में मुख्यमंत्री भजन लाल जी के नेतृत्व में 35 लाख करोड़ रुपए के MoU हुए और 3 लाख करोड़ रुपए के MoU पर काम भी शुरू हो गया है। पेट्रोल-डीजल के वैट में कटौती की, 450 रुपए में एलपीजी सिलिंडर दिया। इसके साथ-साथ राम जल सेतु लिंक परियोजना, नवनेरा बैराज, ताजेवाला बैराज से पानी लाने के लिए यमुना का डीपीआर मंजूर किया गया और बहुत सारे गाँवों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल की आपूर्ति की शुरू की गई।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने 11 साल के कार्यकाल में 60 करोड़ गरीबों के लिए घर, शौचालय, बिजली, गैस, पांच किलो मुफ्त अनाज और पांच लाख रुपए तक के इलाज और मुफ्त दवाइयों की व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि इन सभी योजनाओं का क्रियान्वयन राजस्थान में बहुत अच्छी तरह हो रहा है। अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल जी ने सहकारिता मंत्रालय की सभी पहल को लागू किए जाने में राजस्थान को देश के शीर्ष राज्यों में शामिल किया है और उनके प्रयास से राजस्थान में सहकारिता मजबूत हुई है।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश 11वें नंबर से छलांग लगाकर अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। मोदी जी ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने सबसे बड़ा काम देश को सुरक्षित करने का किया है।गृह मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान देश आए दिन होने वाले आतंकवादी हमलों से त्रस्त था। लेकिन जब उरी में हमला हुआ तो मोदी जी ने सर्जिकल स्ट्राइक की, पुलवामा में हमला हुआ तो एयर स्ट्राइक की और पहलगाम में हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के घर में जाकर आतंकवादियों के ठिकाने उड़ा दिए। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को एक मजबूत संदेश दिया गया है कि कोई भी भारत के नागरिक, भारत की सेना और भारत की सीमा के साथ छेडखानी न करे, वरना नतीजे भुगतने पड़ते हैं। मोदी जी ने यह संदेश देकर एक समृद्ध, सुरक्षित और विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने का काम किया है।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत सरकार और राजस्थान सरकार मिलकर राजस्थान में सहकारिता आंदोलन को और मजबूत करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि वर्ष 2047 में जब भारत आजादी की शताब्दी मनाएगा, उस वक्त राजस्थान का सहकारिता क्षेत्र पूरी देश में पहले पायदान पर होगा।

अमित शाह ने कहा कि राजस्थान की भूमि ने वीर राणा सांगा, महाराणा प्रताप, दुर्गादास राठौड़, पृथ्वीराज चौहान, महारानी पद्मिनी, पन्ना धाय और भामाशाह जैसे दानवीरों को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा में राजस्थान का महत्त्वपूर्ण योगदान है और यहाँ से बडी संख्या में लोग सेना में जाते हैं। अमित शाह ने परमवीर चक्र से सम्मानित निर्मल सिंह सेखों को उनकी जयंती पर याद करते हुए कहा कि निर्मल सिंह सेखों ने अपनी मातृ भूमि की रक्षा के लिए अतुल्य शौर्य और बलिदान का परिचय दिया।

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