भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षकों के साथ हुए अपराधों पर सजा सुनिश्चित करने की मांग की है। भारत ने कहा है कि शांति रक्षा मिशनों की सफलता के लिए जवाबदेही तय करना रणनीतिक रूप से आवश्यक है।
संयुक्त राष्ट्र ग्रुप ऑफ फ्रेंड्स की एक उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी. हरीश ने कहा कि शांति रक्षकों को खतरनाक इलाकों में सेवा देते हुए गंभीर खतरों का सामना करना पड़ता है, लेकिन उनके साथ होने वाले अधिकांश अपराधों के लिए सजा सुनिश्चित नहीं हो पाती। पिछले 70 वर्षों में भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों के लिए तीन लाख से अधिक शांति रक्षक भेजे हैं। इस मिशन के लिए भारत का योगदान सबसे बड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के स्थापना दिवस पर उनके कर्मियों को…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नगालैंड के लोगों को उनके राज्य के स्थापना दिवस के…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीमद्भगवद्गीता के अवतरण से जुड़े पावन दिवस 'गीता जयंती' पर देशवासियों…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज नई दिल्ली में फुटवियर डिजाइन एवं विकास संस्थान के दीक्षांत…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पहली बार राज्यसभा की अध्यक्षता करने पर उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन…
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस-यूपीआई ने पिछले महीने एक हजार नौ सौ करोड लेन-देन का आंकडा पार…