भारतीय सशस्त्र बलों ने भारत के कई ठिकानों को नष्ट करने के पाकिस्तान के दावे को खारिज करते हुए इसे भ्रामक प्रचार अभियान करार दिया
भारतीय सेना ने जम्मू के पास पाकिस्तानी चौकियों और आतंकवादी लॉन्च पैड को नष्ट कर दिया है। यहां से ट्यूब लॉन्च ड्रोन छोड़ जा रहे थे। सेना ने कहा है कि आज सुबह लगभग पांच बजे अमृतसर में खासा कैंट के ऊपर दुश्मन के कई सशस्त्र ड्रोन देखे गये। सेना ने कहा है कि भारत की पश्चिमी सीमाओं पर हथियारों के साथ पाकिस्तान के ड्रोन हमले जारी है। सेना ने कहा है कि भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करने और नागरिकों को खतरे में डालने का पाकिस्तान का यह प्रयास अस्वीकार्य है।
भारतीय सशस्त्र बलों ने, पाकिस्तान की लगातार बढ़ती और भड़काऊ कार्रवाइयों के जवाब में उसके तकनीकी बुनियादी ढांचे, कमान और नियंत्रण केंद्र, रडार साइटों और हथियार भंडारण क्षेत्रों सहित सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं। भारतीय लड़ाकू विमानों ने हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीमयार खान जैसे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
आज नई दिल्ली में ऑपरेशन सिंदूर पर एक विशेष प्रेस वार्ता में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भारतीय सशस्त्र बलों की कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों को अग्रिम क्षेत्रों की ओर बढ़ते देखा गया है। यह बात का स्पष्ट संकेत है कि पाकिस्तान स्थिति को और बिगाडना चाहता है। उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का तत्परता और प्रभावी तरीके से जबाव दिया है। उन्होंने कहा कि भारत ने पसूर और सियालकोट एयरबेस पर रडार साइटों को भी निशाना बनाया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार और लड़ाकू विमानों से पश्चिमी सीमाओं पर लगातार हमले कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत ने इन हमलों को प्रभावकारी तरीके से नाकाम कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने श्रीनगर से लेकर छलिया तक 26 से अधिक स्थानों पर हवाई मार्ग से घुसपैठ की कोशिश की और उधमपुर, भुज, पठानकोट, बठिंडा में वायुसेना के ठिकानों को नुकसान पहुंचाया। कर्नल कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने कल रात पंजाब के वायुसेना अड्डे को निशाना बनाने के लिए हाई-स्पीड मिसाइलों का इस्तेमाल किया और श्रीनगर, अवंतीपुर तथा उधमपुर में स्वास्थ्य केन्द्रों और स्कूलों को भी निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल तनाव नहीं बढ़ाना चाहते बशर्ते पाकिस्तान की ओर से भी इस तरह की कोई कार्रवाई न की जाए।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भारतीय एस-400 हवाई रक्षा प्रणाली को नष्ट करने, सूरतगढ और सिरसा में हवाई क्षेत्रों को नष्ट करने के पाकिस्तानी के झूठे दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने इन दावों को बेबुनियाद बताते हुए इसे पाकिस्तान के लगातार दुष्प्रचार का प्रयास बताया। प्रेस वार्ता के दौरान, भारत ने पाकिस्तान के दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए अपने हवाई ठिकानों के ताजा चित्र भी जारी किए। पाकिस्तानी सरकार ने झूठा दावा किया था कि उसने अपनी हथियार प्रणालियों से सिरसा और सूरतगढ़ वायु केंद्रों को निशाना बनाया।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान की उकसाने वाली कार्रवाई तनाव बढ़ाने वाली है और भारत ने इसका संयमित तरीके से जवाब दिया। विदेश सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान ने नागरिकों और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने का अपना घृणित और मनमाना अभियान जारी रखा है, खासकर जम्मू-कश्मीर और पंजाब राज्यों में। विक्रम मिसरी ने धार्मिक स्थलों पर मिसाइल हमलों के पाकिस्तान के दावों को भी निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान यह बेबुनियाद आरोप लगा रहा है कि भारतीय मिसाइलों ने अफगानिस्तान पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि अफगान लोगों को याद दिलाने की जरूरत नहीं है और वे पूरी तरह से जानते हैं कि किस देश ने नागरिक और देश के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया। विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारी भी भारत द्वारा श्री अमृतसर साहिब पर मिसाइल दागने के बारे में हास्यास्पद दावे करना जारी रखते हैं क्योंकि भारत को विभाजित करने के ये बेकार प्रयास विफल होने के लिए अभिशप्त हैं।
इस बीच, सीमा सुरक्षा बल-बीएसएफ ने कहा है कि पाकिस्तान ने कल रात लगभग नौ बजे जम्मू क्षेत्र मे सीमा सुरक्षा बल की चौकियों पर बेवजह गोलीबारी की। बीएसएफ ने बताया है कि उसने भी जवाबी कार्रवाई की है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास पाकिस्तानी रेंजरों की चौकियों और संपत्तियों को काफी नुकसान हुआ है।
इसके अलावा, भारतीय सेना ने पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर स्थित बारामुला से भुज तक 26 स्थानों पर ड्रोन हमलों को विफल कर दिया। इनमें वे ड्रोन भी शामिल हैं जो, रिहायशी और सैनिक ठिकानों के लिए खतरा बन सकते थे। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इन स्थानों में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपुरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कुआरबेट और लखी नाला शामिल हैं।
हथियारों से लैस ड्रोन के माध्यम से फिरोजपुर, अमृतसर और पठानकोट सहित पंजाब के सीमावर्ती जिलों में हमला करने की कोशिश की गई ह, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने सफलतापूर्वक इन प्रयासों को नाकाम कर दिया। हालांकि फिरोजपुर में ड्रोन से एक मकान को नुकसान पहुंचा है और तीन लोग घायल हुए हैं। इन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और उनके सुरक्षित होने की ख़बर है। फिरोजपुर पुलिस प्रमुख भूपेन्द्र सिंह सिद्धु ने बताया है कि यह ड्रोन से प्रभावित मात्र एक घटना है और सेना ने ज्यादातर ड्रोन हमलों को निष्क्रिय कर दिया है।
इस बीच भारतीय सेना का मौजूदा स्थिति पर दिल्ली में सुबह 10 बजे मीडिया को जानकारी देने का कार्यक्रम है।