दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पिछले 16 वर्ष में पहली बार आज केरल में अपनी निर्धारित तिथि से आठ दिन पहले पहुंच गया है। केरल में मॉनसून सामान्य रूप से पहली जून तक पहुंचता है। मौसम विभाग ने कहा है कि इससे पहले केरल में साल 2009 में मॉनसून समय से पहले आया था। एक रिपोर्ट-
केरल में भारी बारिश जारी रहने के कारण आज कन्नूर और कासरगोड जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। 9 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 3 जिलों तथा लक्षद्वीप में येलो अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर राज्य के पर्यटन क्षेत्र में प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। कई क्षेत्रों में यातायात और बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। बारिश के कारण दो लोगों की मौत भी हो गई है। पहाड़ी क्षेत्र, नदी तट, भूस्खलन संभावित क्षेत्र और तटीय क्षेत्र हाई अलर्ट पर हैं। केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप तटों पर मछुआरों को समुद्र में जाने से सावधान किया गया है। इस बीच, स्थिति का जायजा लेने के लिए आज शाम तिरुवनंतपुरम में राज्य के मंत्रियों, विधायकों और जनप्रतिनिधियों की एक उच्च स्तरीय बैठक होगी।
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून, अब कर्नाटक के कारवार, शिवमोगा, हासन और मैसूरु तथा तमिलनाडु के धर्मपुरी और चेन्नई से होकर गुजर रहा है। तटीय कर्नाटक और वेस्टर्न घाट वाले जिलों में 30 तारीख तक भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने यहां रेड अलर्ट की घोषणा की है। राज्य के उत्तर भाग बेलगावी, धारवाड़ और हावेरी में ऑरेंज अलर्ट हैं और बेंगलुरु के आसपास येलो अलर्ट की घोषणा की गई हैं। तटीय कर्नाटका में घने काले बादल दिखाई दे रहे हैं। इस बार अच्छी बारिश होने की संभावना से किसान खुश हैं। जिला प्रशासन इन चुनौतियों का सामना करने की तैयारी में है।