राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने RINL के शीर्ष प्रबंधन और विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के एसटी कर्मचारी कल्याण संघ के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की
विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के मानव संसाधन विकास केंद्र नागार्जुन में आयोजित एक बैठक में, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, नई दिल्ली के सदस्य, जतोथु हुसैन ने कल (20.7.2024) को राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) के मुख्य प्रबंध निदेशक, अतुल भट्ट एवं निदेशकों, मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की।
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य जतोथु हुसैन ने राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कर्मचारियों के कल्याण की दिशा में कार्य करने में राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) प्रबंधन के निरंतर प्रयासों की सराहना की।
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य जतोथु हुसैन ने विशाखापत्तनम स्टील प्लांट (वीएसपी) के एससी एंड एसटी कर्मचारी कल्याण संघ के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की और एससी एंड एसटी कर्मचारियों की समस्याओं पर चर्चा की और विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कर्मचारी कल्याण संघ से ज्ञापन प्राप्त किया।
इससे पूर्व, वरिष्ठ अधिकारियों ने कार्यकारी निदेशक (कार्य) भवन की आगंतुक दीर्घा में आयोजित बैठक में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य जतोथु हुसैन को स्टील निर्माण की प्रक्रिया के बारे में बताया। ततपश्चात, जतोथु हुसैन ने आरआईएनएल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विशाखापत्तनम स्टील प्लांट की महत्वपूर्ण उत्पादन इकाइयों का दौरा किया।
जतोथु हुसैन ने विशाखापत्तनम स्टील प्लांट की साफ-सफाई, हरियाली और तकनीकी विशेषताओं पर संतोष व्यक्त किया।
आयोजित बैठक में, राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) के मुख्य प्रबंध निदेशक, अतुल भट्ट ने सदस्य को बताया कि गतिविधियों के हर क्षेत्र में, आरआईएनएल कंपनी के भीतर और आसपास के समुदायों में एससी एंड एसटी के कल्याण के लिए राष्ट्रपति के निर्देशों का अक्षरशः पालन करने हेतु प्रतिबद्ध है।
आरआईएनएल के सीएमडी अतुल भट्ट ने कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा समय-समय पर दिए जाने वाले मार्गदर्शन से आरआईएनएल की कार्य प्रगति हुई है। अतुल भट्ट ने यह भी बताया कि आरआईएनएल नियमित रूप से विशाखापत्तनम जिले (अराकू आदि) के आदिवासी गांवों में एससी एवं एसटी कर्मचारी कल्याण संघ के लिए जागरूकता कार्यक्रम, चिकित्सा शिविर और नेत्र जांच शिविर का आयोजन करता रहा है।
आरआईएनएल के सीएमडी अतुल भट्ट ने यह भी बताया कि आरआईएनएल अनुसूचित जनजातियों के सामाजिक-आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है, विशेषता स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल स्वच्छता पर्यावरण, खेल और ग्रामीण विकास आदि के क्षेत्र में।
अतुल भट्ट ने कहा, एससी और एसटी कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से ‘भारत का संविधान’ जैसे विषयों पर, महिलाओं के लिए ‘महिला स्वास्थ्य देखभाल’ पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जब भी भर्ती कार्यक्रम की घोषणा की जाती है, तब आरआईएनएल एससी और एसटी उम्मीदवारों के लिए प्रबंधन प्रशिक्षुओं और कनिष्ठ प्रशिक्षुओं की भर्ती के लिए मुफ्त प्रशिक्षण भी प्रदान करता है, और एससी और एसटी कर्मचारियों के बच्चों के लिए ‘कंप्यूटर प्रशिक्षण’ कार्यक्रम भी आयोजित करता है।”,
पूर्ववर्ती विशाखापत्तनम जिले के आदिवासी क्षेत्रों में, मुख्यतया एजेंसी क्षेत्र में आरआईएनएल ने पूर्ववर्ती विशाखापत्तनम जिले के 35 आदिवासी गांवों को ‘जलधारा’ के नाम से गुरुत्वाकर्षण आधारित पेयजल आपूर्ति की है। इस नैगमिक सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) गतिविधि से लगभग 10,440 जनजातीय आबादी लाभान्वित हुई है और एसटी समुदायों को लाभान्वित करने वाले इन खानों के आसपास के गांवों में आरओ जल संयंत्र भी लगाए गए हैं।
राष्ट्रपति के निर्देशानुसार भर्ती और पदोन्नति में आरक्षण की निगरानी के लिए उप महाप्रबंधक के पद पर एक संपर्क अधिकारी के साथ आरआईएनएल में एक विशेष एससी एंव एसटी सेल की स्थापना की गई है और आरआईएनएल ने एससी और एसटी कर्मचारियों के बच्चों के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रम करने के लिए ‘डॉ. बी.आर. अंबेडकर मेरिट मान्यता’ की स्थापना की है।
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के सदस्य के साथ बातचीत में निदेशक (परियोजनाएं) और अतिरिक्त प्रभार निदेशक (संचालन), ए. के. बागची, निदेशक (कार्मिक), डॉ. एस. सी. पांडे, निदेशक (वित्त), सीएच एस.आर.वी.जी.के. गणेश, निदेशक (वाणिज्यिक), जी. वी. एन. प्रसाद, मुख्य महाप्रबंधक एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।