एनएचएआई ने अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट ‘राष्ट्रीय राजमार्ग इन्फ्रा ट्रस्ट (एनएचआईटी)’ के लोगो को लॉन्च करने के साथ ही एक नई कॉरपोरेट पहचान का अनावरण किया है। ‘विशिष्ट प्रवीणता’ और ‘प्रगति’ को दर्शाते हुए नई कॉरपोरेट पहचान का शुभारंभ एनएचआईटी के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। नए लोगो का उद्देश्य विभिन्न हितधारकों के बीच एनएचआईटी ब्रांड की दृश्यता को बढ़ाना और इसकी छवि को जवाबदेही, विशिष्ट प्रवीणता, निरंतर सीखने, उत्कृष्टता, ईमानदारी और सहयोग के इसके मूल मूल्यों के अनुरूप करना है। एनएचएआई के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने कल नई दिल्ली स्थित एनएचएआई के मुख्यालय में एनएचएआई और एनएचआईटी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में एनएचआईटी के नए लोगो का अनावरण किया।
भारत सरकार की राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए एनएचआईटी को अक्टूबर 2020 में सेबी में एक ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत किया गया था। मुद्रीकरण के तीन दौर पूरे होने के साथ ही एनएचआईटी द्वारा पूरे किए गए सभी तीनों चरणों में कुल प्राप्त मूल्य 26,125 करोड़ रुपये है।
एनएचआईटी के पास आज 190 निवेशक और इसके गैर-परिवर्तनीय डिबेंचरों के 12,000 से भी अधिक खुदरा बॉन्ड धारक हैं। यह लगभग 1,525 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली पंद्रह टोल रोड का एक विविध पोर्टफोलियो संचालित करता है जो कि नौ राज्यों यथा असम, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में फैली हुई हैं।
ऐतिहासिक रूप से एनएचआईटी की यूनिट नवंबर 2021 में 101 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से जारी की गई थीं और ये बीएसई एवं एनएसई दोनों पर सूचीबद्ध की गई थीं। 31 मार्च, 2024 को एनएचआईटी का शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य (‘एनएवी’) 124.75 रुपये प्रति यूनिट था। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए एनएमपी के तहत एनएचएआई का उद्देश्य एनएचआईटी के माध्यम से 15,000-20,000 करोड़ रुपये मूल्य की परियोजनाओं का मुद्रीकरण करना है।
नई कॉरपोरेट पहचान एनएचआईटी को इनविट क्षेत्र में एक अग्रणी कंपनी के रूप में स्थापित करने में काफी मदद करेगी जो देश भर में राष्ट्रीय राजमार्गों के नेटवर्क का आगे विकास करने के लिए वित्तीय पूंजी को व्यवस्थित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।