नितिन गडकरी ने विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सतत, किफायती और सुरक्षित गतिशीलता के लिए कार्ययोजना की रूपरेखा प्रस्तुत की
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दीर्घकालीन परिवहन के लिए केंद्र सरकार के दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा, “दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल उद्योग के रूप में , भारत को सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। हम वायु प्रदूषण का समाधान करने के लिए बीएस 7 और सीए
एफई मानदंडों पर वैश्विक संरेखण बनाए रखेंगे। इसके अलावा, जैव ईंधन का प्रयोग बढ़ाने से कच्चे तेल के आयात को कम करने और किसानों की आय बढ़ाने में सहायता मिलती है। 3 लाख से अधिक वाहनों को स्क्रैपिंग नीति के कार्यान्वयन के बाद स्क्रैप किया गया है, जिससे उद्योगों, सरकार और पर्यावरण को लाभ हुआ है।”
नितिन गडकरी आज सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) के 65वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उद्योग जगत के अग्रणी व्यक्तियों और नीति निर्माताओं ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में सतत गतिशीलता की महत्वपूर्ण भूमिका पर विचार-विमर्श किया।
उन्होंने आगे कहा, “इस साल के अंत तक लॉजिस्टिक लागत घटकर एकल अंक में आ जाएगी। सड़क सुरक्षा अभी भी हमारे लिए अहम विषय है। इसलिए, दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मानवीय व्यवहार में सुधार हेतु जन अभियान और गैर-सरकारी संगठनों की भागीदारी आवश्यक है। सड़क दुर्घटना पीड़ितों की सहायता करने वाले ‘राह-वीरों’ को 25,000 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी, साथ ही दुर्घटना पीड़ितों को 1.5 लाख रुपये तक का बीमा भी प्रदान किया जाएगा।”