केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि डिजाइन केवल सौंदर्य शास्त्र के संबंध में नहीं है, यह एक नवाचार है जिसका भारतीय विरासत पर प्रभाव रहा है और देश के विकास में भूमिका निभाएगा। पीयूष गोयल बृहस्पतिवार, 27 फरवरी,2025 को राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान(एनआईडी) के 44वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नए स्नातक विरासत और देश के भविष्य में सेतु का कार्य करेंगे।
दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल, वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद और गवर्निंग काउंसिल के सदस्य भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विश्व के लिए ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजाइन इन इंडिया’ के आह्वान पर प्रकाश डालते हुए, पीयूष गोयल ने कहा कि नए स्नातक इसे वास्तविक रुप देंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि समस्या समाधानकर्ता, नवोन्मेषक और डिजाइनर के रूप में ये स्नातक विश्व के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने कहा, “आप विश्व के निर्माता होंगे, विश्व आपकी प्रतीक्षा कर रहा है”।
पीयूष गोयल ने अंतरिक्ष से लेकर सेमीकंडक्टर तक के क्षेत्रों में डिजाइन के बढ़ते महत्व पर जोर देते हुए बताया कि चंद्रयान अंतरिक्ष मिशन का पहला चरण उपग्रह का डिजाइन था, जिसने इसकी सफलता को जन्म दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की डिजाइन क्षमताएं ऑडियो-विजुअल प्रौद्योगिकियों से लेकर गेमिंग, सततता, खिलौनों और अन्य क्षेत्रों में प्रदर्शित होंगी।
पीयूष गोयल ने कहा कि डिजाइन में संभावनाएं अनंत हैं। हमें देश के 140 करोड़ लोगों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विशाल स्तर पर नवीन विचार और नवाचार सृजित करने होंगे। समावेशी विकास और प्रगति हमारे देश का संकल्प और शक्ति है। अपनी क्षमताओं के साथ विश्व में सृजन करें, बदलाव लाएं और अपना प्रभाव बनाएं।
राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान के 44वें दीक्षांत समारोह में विभिन्न विषयों के 430 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई।
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