संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही आज दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई है। सुबह जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, डीएमके और अन्य विपक्षी दलों ने एक प्रमुख व्यापारिक समूह के खिलाफ कथित रिश्वतखोरी के आरोपों सहित कई मुद्दों पर हंगामा किया।
स्थगन के बाद 12 बजे राज्यसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हुई। कांग्रेस, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और अन्य दल के सदस्यों ने हंगामा जारी रखा, जिसके बाद सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्षी सदस्यों से अपनी सीटों पर लौटने की अपील की, लेकिन वे नारेबाजी करते रहे। उन्होंने कहा कि संसद सार्थक चर्चा के लिए एक मंच है। उन्होंने सदस्यों से सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सहयोग करने का आग्रह किया। श्री धनखड़ ने कहा कि संसद में कार्यवाही में व्यवधान लोकतंत्र की नींव को कमजोर करता है।
स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तब विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोबीच आ गए। लोक सभा अध्यक्ष ने सदस्यों से सदन की गरिमा बनाए रखने का आग्रह किया। इसके बाद सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन में विपक्ष के व्यवहार की निंदा की। श्री रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी सदस्य अनावश्यक हंगामा करने की कोशिश कर रहे हैं और नए सदस्यों को अपनी बात नहीं रखने दे रहे हैं।
इस बीच, वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने समिति की रिपोर्ट पेश करने के लिए समय बढ़ाकर बजट सत्र, 2025 के अंतिम दिन करने का प्रस्ताव रखा। सदन ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।
इससे पहले, हाल ही में हुए उपचुनावों में विजयी कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और रवींद्र वसंतराव चव्हाण ने लोकसभा में सांसद के रूप में शपथ ली।