खेल मंत्रालय ने माई भारत 2.0 प्लेटफॉर्म विकसित करने के लिए डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
देश के युवाओं के साथ डिजिटल जुड़ाव को मजबूत करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, युवा कार्य और खेल मंत्रालय ने आज नई दिल्ली में माई भारत 2.0 प्लेटफॉर्म के विकास के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह उन्नत राष्ट्रीय युवा प्लेटफॉर्म देश भर के युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें जोड़ने के लिए प्रौद्योगिकी-संचालित समाधानों का लाभ उठाएगा। इस समझौता ज्ञापन पर केंद्रीय युवा कार्य और खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, रेलवे और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद माई भारत प्लेटफॉर्म अब माई भारत 2.0 में विकसित होने के लिए एक व्यापक उन्नयन से गुजरेगा। यह उन्नत संस्करण उपयोगकर्ता अनुभव, पहुंच और कार्यक्षमता में सुधार के उद्देश्य से नई सुविधाएं पेश करेगा। स्केलेबिलिटी और अनुकूलन सुनिश्चित करने के लिए मॉड्यूलर आर्किटेक्चर दृष्टिकोण का उपयोग करके प्लेटफ़ॉर्म को पूरी तरह से फिर से बनाया जाएगा। इसके अलावा, एंड्रॉइड और आईओएस दोनों के लिए एक पूरी तरह कार्यात्मक मोबाइल एप्लिकेशन विकसित किया जाएगा।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. मांडविया ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं को दिशा, उद्देश्य और अवसर के साथ सशक्त बनाने के लिए वन-स्टॉप समाधान के रूप में माई भारत की कल्पना की थी। माई भारत 2.0 एक एकल-विंडो डिजिटल इकोसिस्टम है, जो युवा नागरिकों को करियर-निर्माण के अवसरों, कौशल विकास और नागरिक जुड़ाव के साथ जोड़ता है, जो सेवा भाव की भावना में निहित है। 1.75 करोड़ से अधिक युवाओं के पहले से ही इसमें शामिल होने के साथ यह प्लेटफ़ॉर्म केवल एक डिजिटल टूल नहीं है, यह 2047 तक विकसित भारत के मिशन के साथ युवा आकांक्षाओं को संरेखित करने का एक आंदोलन है। माई भारत 2.0 के साथ हम बेहतर एकीकरण, गहन सहयोग और युवा आकांक्षाओं को विकसित भारत की नींव में बदलने के लिए एक नई और साहसिक दिशा की ओर बढ़ रहे हैं।”
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा नेता और राष्ट्र निर्माता हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं के लिए कई क्षेत्रों को बदल दिया है – चाहे वह खेल हो, प्रौद्योगिकी हो, विभिन्न संस्थान हों या शिक्षा प्रणाली हो।
मंत्री महोदय ने सेमीकंडक्टर विनिर्माण में भारत की दशकों पुरानी आकांक्षा के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि 1960 के दशक से ही प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अब यह विजन वास्तविकता बन रहा है, जिसमें इस प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी पर विशेष बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) के शुभारंभ के बाद युवाओं में आत्मविश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। चिपसेट अब विद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्रों द्वारा डिजाइन किए जा रहे हैं और देश भर के 240 विश्वविद्यालयों में आईएसएम-सक्षम प्लेटफॉर्म पहले से ही उपलब्ध हैं। अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि इंडिया एआई मिशन के तहत छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए एक सामान्य कंप्यूट सुविधा सुलभ कराई जा रही है। 34,000 जीपीयू पहले से ही मौजूद हैं तथा 6,000 और जल्द ही शामिल किए जाएंगे, इस पहल का उद्देश्य भारत के युवाओं को नवीनतम प्रौद्योगिकी संबंधी प्लेटफॉर्म प्रदान करना है। उन्होंने यह भी बताया कि वैश्विक क्षमता केंद्र भारत में 15 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार दे रहे हैं तथा समावेशी प्रौद्योगिकी संबंधी विकास सुनिश्चित करने के लिए टियर-2 शहरों में ऐसे अवसरों का विस्तार करने के लिए एक नया फ्रेमवर्क विकसित किया जा रहा है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, “सेवा भाव, सेवा की भावना, भारतीय समाज की एक बड़ी ताकत है और माई भारत इस भावना को प्रौद्योगिकी के साथ एकीकृत करता है। इस वर्ष हम डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, माई भारत 2.0 एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगा। इस युवा-केंद्रित प्लेटफॉर्म को डिजिटल इंडिया के विजन के साथ एकीकृत करने से युवाओं और राष्ट्र को बहुत लाभ होगा।” प्लेटफॉर्म के बैकएंड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए समर्पित कॉल सेंटर, प्रशिक्षण मॉड्यूल, क्लाउड सेवाएं, प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमआईएस) तथा ईमेल और एसएमएस सेवाओं सहित संचार उपकरण स्थापित किए जाएंगे। स्मार्ट सीवी बिल्डर, व्यक्तिगत डिजिटल प्रोफाइल और एआई-संचालित चैटबॉट सहित प्रमुख एआई-संचालित सुविधाएं पेश की जाएंगी। स्पीच-टू-टेक्स्ट क्षमताएं और वॉयस-असिस्टेड नेविगेशन सभी उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोगिता और पहुंच में और सुधार करेंगे।
एकीकृत डैशबोर्ड इवेंट आयोजन करने वाले संस्थानों और शैक्षणिक निकायों को परिणामों का प्रभावी ढंग से विश्लेषण और निगरानी करने की अनुमति देंगे। लोकेशन इंटेलिजेंस और जियो-टैगिंग टूल युवाओं को भूगोल या रुचि के आधार पर आसपास के अवसरों को खोजने में मदद करेंगे। इसके अतिरिक्त, जुड़ाव बढ़ाने और निरंतर सीखने को बढ़ावा देने के लिए इंटरैक्टिव लर्निंग मॉड्यूल और क्विज़ शामिल किए जाएंगे।
माई भारत 2.0 आधार, डिजिलॉकर, भाषिणी और MyGov जैसे राष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म के साथ सहज एकीकरण की सुविधा भी प्रदान करेगा, जिससे अंतर-संचालन और एकीकृत उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित होगा। उन्नत पोर्टल नवीनतम डेटा सुरक्षा और गोपनीयता मानदंडों का अनुपालन करेगा, जिससे सभी उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद डिजिटल वातावरण सुनिश्चित होगा।
इसके अलावा, इस प्लेटफॉर्म के उन्नत संस्करण में राष्ट्रीय करियर सेवाओं, एक मेंटॉरशिप हब और युवाओं के बीच करियर विकास, व्यक्तिगत विकास तथा स्वास्थ्य एवं कल्याण को बढ़ावा देने के लिए एक फिट इंडिया अनुभाग के लिए समर्पित अनुभाग शामिल होंगे। ये एकीकरण युवाओं की भागीदारी और सशक्तिकरण के लिए एक व्यापक वन-स्टॉप डिजिटल गेटवे के रूप में माई भारत के विजन को साकार करने में मदद करेंगे।
यह उन्नयन प्रौद्योगिकी, शासन और युवा ऊर्जा के रणनीतिक संयोजन को दर्शाता है, जिसका उद्देश्य भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश को विकासात्मक लाभांश में बदलना है। माई भारत 2.0 अमृत पीढी की क्षमता का दोहन करने और 2047 तक विकसित भारत के विजन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
माई भारत (https://mybharat.gov.in) युवा मामलों के विभाग द्वारा परिकल्पित और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन (डीआईसी) द्वारा विकसित एक गतिशील प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म है। यह भारत के युवाओं को संरचित और सार्थक तरीके से जोड़ने और संगठित करने के लिए एक संस्थागत ढांचे के रूप में कार्य करता है। इस प्लेटफॉर्म को आधिकारिक तौर पर 31 अक्टूबर 2023 को माननीय प्रधान मंत्री द्वारा लॉन्च किया गया था। अब तक, 1.76 करोड़ से अधिक युवा और 1.19 लाख से अधिक संगठन माई भारत प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत हो चुके हैं।
‘सेवा भाव’ और ‘कर्तव्य बोध’ के भारतीय लोकाचार के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के मुख्य उद्देश्य के साथ यह मंच युवा नागरिकों को डिजिटल प्रोफाइल बनाने, स्वयंसेवा और सीखने के अवसरों में भाग लेने, सलाहकारों और साथियों के साथ जुड़ने और 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में सार्थक योगदान करने में सक्षम बनाकर उद्देश्यपूर्ण युवा जुड़ाव और नागरिक जिम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा देता है। अनुभवजन्य शिक्षण कार्यक्रम (ईएलपी) सहित कई तरह की जुड़ाव पहलें नियमित रूप से प्लेटफॉर्म पर आयोजित की जाती हैं। यह प्लेटफॉर्म विभिन्न मंत्रालयों, संगठनों, उद्योगों, युवा क्लबों और अन्य हितधारकों को युवा जुड़ाव पहल, स्वयंसेवी कार्यक्रम और क्षमता निर्माण गतिविधियों की मेजबानी करने के लिए समर्पित वेब स्पेस भी प्रदान करता है।
इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान समय युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।