वैश्विक तापमान में वृद्धि (ग्लोबल वार्मिंग) के चलते पिछले दशक में आर्कटिक में समुद्री बर्फ की मात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षति देखी गई
राष्ट्रीय ध्रुवीय और महासागर अनुसंधान केंद्र (नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशन रिसर्च -एनसीपीओआर) एवं ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वेक्षण (ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वे), यूनाइटेड किंगडम के सहयोग से डॉ. बाबुला जेना और उनके सहयोगियों के नेतृत्व में हाल ही में किए गए…