एयर मार्शल नागेश कपूर ने आज प्रशिक्षण कमान (टीसी) में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एओसी-इन-सी) का पदभार ग्रहण किया
एयर मार्शल नागेश कपूर ने 01 मई, 2024 को प्रशिक्षण कमान (टीसी) में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एओसी-इन-सी) का पदभार ग्रहण किया। एयर मार्शल एन कपूर को 6 दिसंबर, 1986 को भारतीय वायु सेना की फाइटर स्ट्रीम में अपनी सेवा की…
उत्तराखंड: नैनीताल के जंगल में लगी आग बुझाने के लिए भारतीय वायु सेना ने MI-17 हेलीकॉप्टर से पानी का छिड़काव किया
उत्तराखंड: नैनीताल जंगल में पिछले 36 घंटों से लगी आग पर काबू पाने के लिए भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना का अभियान जारी है। आग को नियंत्रित करने के लिए IAF MI-17 हेलीकॉप्टर द्वारा पानी का छिड़काव किया जा…
भारतीय वायुसेना ने आज नई दिल्ली के राष्ट्रीय समर स्मारक परिसर में वायुसेना अलंकरण समारोह का आयोजन किया
वायु सेना का अलंकरण समारोह 26 अप्रैल, 2024 को परम योद्धा स्थल के पास आयोजित किया गया, जो नई दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक परिसर में स्थित है। समारोह की शुरुआत में पुरस्कार विजेताओं ने स्मारक के अमर चक्र पर…
भारतीय वायु सेना ने डिजिलॉकर प्लेटफॉर्म के साथ एकीकरण करके एक परिवर्तनकारी डिजिटल यात्रा का स्भुभारंभ किया
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने नई दिल्ली में डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत एक प्रमुख पहल, डिजिलॉकर प्लेटफॉर्म के साथ एकीकरण करके एक परिवर्तनकारी डिजिटल यात्रा का स्भुभारंभ किया है। नई दिल्ली में वायुसेना मुख्यालय, वायु भवन में आयोजित एक…
भारतीय वायु सेना का एक ‘रिमोटली पायलेटेड विमान’ जैसलमेर में दुर्घटनाग्रस्त
भारतीय वायु सेना (IAF) का एक ‘रिमोटली पायलेटेड विमान’ बृहस्पतिवार को जैसलमेर जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। IAF के अनुसार, इस हादसे में जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। दुर्घटना जैसलमेर के पिथला गांव के पास एक खुले…
जल, थल, नभ, साइबर और अंतरिक्ष क्षेत्रों की पारंपरिक सीमाएं धुंधली हो रही हैं: वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने कहा है कि जल, थल, नभ, साइबर और अंतरिक्ष क्षेत्रों की पारंपरिक सीमाएं तेजी से ‘‘धुंधली’’ होती जा रही हैं, जिससे युद्ध क्षेत्र में आमूल-चूल बदलाव आ रहा है। शुक्रवार को…
‘ऑपरेशन मेघदूत’ में वायु सेना की भूमिका: सियाचिन में जवानों को पहुंचाने के अभियान के 40 वर्ष
ऑपरेशन मेघदूत को 13 अप्रैल, 1984 को उस समय शुरू किया गया था, जब भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) उत्तरी लद्दाख क्षेत्र के ऊंचाई वाले स्थानों को सुरक्षित बनाने के लिए सियाचिन ग्लेशियर की ओर बढ़ी थीं। इस…