महाकुम्भ मेला विश्व के सबसे बडे आध्यात्मिक समारोह के रूप में मनाया जाता है। यह मेला आस्था, संस्कृति और प्राचीन परंपरा का असाधारण उत्सव है। यह पवित्र उत्सव 12 वर्षो के अंतराल पर मनाया जाता है।
इस वर्ष प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। इस बार के महाकुंभ मेले में भक्ति और नवाचार का एक अद्वितीय मेल देखने को मिलेगा। मेले में अनुमानित 45 करोड श्रद्धालु आ सकते हैं, जिन्हें सुरक्षित और अच्छी अनुभूति प्रदान करने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं।
इस वर्ष के कुंभ को उत्कृष्ट बनाने के लिए विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है। डिजिटल भूमि आवंटन, 360 डिग्री के वर्चुअल रियलिटी स्टॉल और गूगल पर भौगोलिक सूचना प्रणाली आधारित नक्शे श्रद्धालुओं की भागीदारी को निर्बाध बनाएंगे। इस मेले में प्रयाग महात्मयम और समुद्र मंथन की पौराणिक कथाएं सुनाने वाले दो हजार ड्रोन के साथ एक शानदार ड्रोन शो भी आयोजित किया जाएगा।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ क्रेमलिन में…
भारत के दृष्टिकोण का मुख्य केंद्रबिंदु इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाना, सतत गतिशीलता को…
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मौजूदा समय में कई तरह के संघर्ष और चुनौतियों को…
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के अंतर्गत महाकुंभ 2025 के लिए 152.37 करोड़ रुपये की लागत…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के…
राष्ट्रीय अस्मिता खेलो इंडिया महिला योगासन लीग 2024-25 का आनंद धाम आश्रम, बक्करवाला, नांगलोई नजफगढ़…