68वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर आज नागपुर में दीक्षाभूमि में देश-विदेश से हजारों लोग भाग ले रहे हैं
68वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर आज नागपुर में दीक्षाभूमि में देश-विदेश से हजारों लोग भाग ले रहे हैं। अक्टूबर 1956 में विजयादशमी के अवसर पर डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर ने अपने लाखों अनुयायियों के साथ नागपुर में दीक्षाभूमि में बौद्ध धर्म को अपनाया था। इसी ऐतिहासिक अवसर की याद में धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस मनाया जाता है।
दीक्षाभूमि में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के केंद्रीय स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज नागपुर में आने वाले अनुयायियों का स्वागत करने हेतु दीक्षाभूमि के स्तूप को रोशनी और पंचशील ध्वज से सजाया गया है। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक समिति द्वारा दीक्षाभूमि में मुख्य समारोह आज शाम आयोजित किया जाएगा।
समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से भिक्खु संघ के अध्यक्ष भंते ए.ए.बी. ज्ञानेश्वर और पश्चिम बंगाल के अखिल भारतीय बौद्ध मंच के राष्ट्रीय महासचिव आकाश लामा होंगे। जिला और नगर निगम प्रशासन ने देशभर से आने वाले अनुयायियों के लिए व्यापक व्यवस्था की है, जबकि रेलवे विभाग अनुयायियों के आसान आवागमन के लिए नागपुर स्टेशन तक विशेष ट्रेनें चला रहा है।