भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति – एमपीसी की तीन दिवसीय बैठक आज से मुंबई में शुरू होगी। इस बैठक में प्रमुख ब्याज तथा रेपो दरें तय की जाएंगी। यह बैठक वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पहली मौद्रिक नीति बैठक होगी, जो बुधवार को घोषित होने वाली केंद्रीय बैंक के लिए प्रमुख उधार दरों के परिणाम को निर्धारित करेगी।
यह बैठक नए वित्तीय वर्ष का पहला एमपीसी सत्र है और यहाँ बैठक केन्द्रीय बजट-2025 के तुरंत बाद हो रही है, जिसमें आयकर स्लैब में बदलाव के माध्यम से खपत को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। अर्थशास्त्री और बाज़ार विश्लेषक समिति के निर्णयों पर बारीकी से नज़र रखेंगे। विशेष रूप से रेपो दर में किसी भी बदलाव के संबंध में जो वर्तमान में छह दशमलव 25 प्रतिशत है। एमपीसी का रुख आगामी वित्त वर्ष में, आर्थिक विकास और मुद्रास्फीति नियंत्रण को संतुलित करने के लिए आरबीआई के दृष्टिकोण के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।