नौवें सिख गुरु, गुरु तेग बहादुर साहिब जी का आज प्रकाश पर्व है। इनका जन्म 1621 में अमृतसर में हुआ था। वे छठे गुरु श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी के सबसे छोटे पुत्र थे। एक निर्भीक योद्धा के साथ ही वे आध्यात्मिक विद्वान और कवि भी थे। उनके प्रकाश पर्व पर पंजाब में शबद कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु गुरुद्वारों में जा रहे हैं।
हिंदुस्तान में औरंगजेब के शासन के दौरान हिंदुओं की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा में बहादुरी और बलिदान के लिए गुरू जी को ‘हिंद की चादर’ के रूप में जाना जाता है। उनका जीवन और शहादत धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए एक मिसाल है। आज गुरु जी के जन्म स्थान गुरुद्वारा गुरु के महल में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले जायेंगे। सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक श्री हरमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब में गुरुओं से संबंधित अमूल्य आभूषण और अन्य चीजें श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए सुशोभित की जाएंगी।