प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अखबारों की प्रमुख खबर है। ड्रैगन और हाथी ने फिर मिलाया हाथ- शीर्षक से हिन्दुस्तान ने दोनों नेताओं की मुलाकात को सचित्र प्रकाशित किया है।
अमर उजाला लिखता है- भारत-चीन दोस्ती सही विकल्प… सीमा विवाद के परस्पर स्वीकार्य समाधान तलाशने पर सहमति। दोनों नेताओं के बीच 50 मिनट की बातचीत, चीनी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी का ब्रिक्स में आने का न्यौता स्वीकारा।
पीएम मोदी और जिनपिंग की मुलाकात पर दैनिक भास्कर की सुर्खी है- हमारी मजबूत दोस्ती ही राइट चॉइस।
सीएनएन ने लिखा है- ट्रंप टैरिफ के बीच एससीओ में पीएम मोदी का रेड कार्पेट वेलकम, बड़ा राजनीतिक संकेत।
द इकोनॉमिस्ट के अनुसार, चीन की आर्थिक शक्ति और टेक्नोलॉजी में बढ़त, भारतीय इंडस्ट्री के लिए बूस्टर साबित होगी।
पंजाब केसरी ने आईटीआर फाइलिंग, यूपीएस, सिल्वर हॉलमार्किंग और पर्सनल फाइनेंस में आज से होने जा रहे अहम बदलावों को प्रकाशित किया है।
राष्ट्रीय सहारा ने शीर्ष न्यायालय के निर्णय को प्रमुखता से दिया है- वाहन का इस्तेमाल सार्वजनिक स्थल पर नहीं, तो टैक्स भी नहीं।
भारत की एजुकेट गर्ल्स को रैमन मैग्सेसे पुरस्कार- जनसत्ता की प्रमुख खबर है। यह संस्था दूर-दराज के गांवों में लडकियों की शिक्षा के लिए काम करती है।
राजस्थान पत्रिका की मंडे इंस्पिरेशनल स्टोरी ध्यान आकर्षित करती है- मंदिर के चढ़ावे से किया पर्यावरण संरक्षण का अनोखा काम। रामायण ने बदल दी जिंदगी, पुष्पवाटिका प्रसंग से प्रेरणा लेकर लगाए एक हजार पेड़।