अखबारों ने देश के कई हिस्सों में बढ़ते वायु प्रदूषण को प्रमुखता दी है। राष्ट्रीय सहारा के शब्द हैं- हवा में नहीं कम हो रहा ज़हर, सुबह के समय धुंध की परत। अमर उजाला लिखता है- सांसों पर संकट, दिल्ली हवा हुई बहुत खराब। वीर अर्जुन की सुर्खी है- देश के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता खराब, कुछ स्थानों पर स्थिति गंभीर श्रेणी में पहुंची। दैनिक ट्रिब्यून के अनुसार एन.जी.टी. की सख्ती, पानीपत थर्मल प्लांट पर छह करो 93 लाख रुपये का जुर्माना। दैनिक जागरण का अनुमान- अभी छह दिन खराब रहेगी हवा।
दैनिक भास्कर ने विशेष आलेख में लिखा है- नवम्बर का पहला सप्ताह बीत गया, पहाड़ों पर मैदानों जैसा हाल, बर्फ नदारद।
झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भी अखबारों के पहले पन्ने पर हैं। हिन्दुस्तान का शीर्षक है- मोदी की ताबड़तोड़ रैलियों से सियासी तापमान और चढ़ा। देशबन्धु ने झारखंड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान को सुर्खी बनाया है- हम नफरत को मोहब्बत से हराएंगे।
हरिभूमि के अनुसार अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा के लिए जुटे करीब 20 लाख रामभक्त।
राजस्थान पत्रिका की पहली खबर है- सावधान, जाने-अनजाने 73 प्रतिशत स्कूली बच्चे देख रहे हैं अश्लील सामग्री। बच्चे हो रहे हैं मनोरोगी।